मुरादाबाद के मझोला क्षेत्र में नया मुरादाबाद स्थित पार्श्वनाथ प्रतिभा सोयायटी के फ्लैट में इंजीनियरिंग के चार छात्र एक युवती के साथ आपत्तिजनक स्थिति में मिले। पुलिस चारों छात्रों को थाने लेकर गई, लेकिन बिना किसी कार्रवाई के छोड़ दिया। पुलिस ने उच्चाधिकारियों को भी मामले की जानकारी नहीं दी।
घटना के बाद छात्रों से फ्लैट भी खाली करा लिया गया। दिल्ली रोड स्थित एक कॉलेज से इंजीनियरिंग कर रहे चार छात्रों ने पार्श्वनाथ प्रतिभा सोसायटी में तीन माह पहले एक फ्लैट किराये पर लिया था। चारों छात्र सुबह अपने फ्लैट में ताला लगाकर कॉलेज चले जाते थे।
शुरुआत में उनकी गतिविधियां सामान्य ही रहीं, लेकिन कुछ सप्ताह बाद ही छात्रों के फ्लैट में अन्य छात्रों का आना-जाना शुरू हो गया था। तीन दिन पहले छात्र एक युवती को लेकर फ्लैट में आए, लेकिन काफी समय के बाद भी युवती फ्लैट से बाहर नहीं निकली।
सोसायटी के लोगों को शक हुआ तो धीरे-धीरे सोयायटी में इसकी जानकारी फैल गई। रात में सोसायटी के लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस से की। मौके पर पहुंची पुलिस ने फ्लैट का दरवाजा खुलवाया तो वहां एक युवती और चार छात्र मौजूद थे। दावा किया जा रहा है कि फ्लैट से शराब और बियर की बोतलें भी मिलीं।
पूछताछ करने पर पता चला कि छात्र युवती को लेकर आए थे। पुलिस ने युवती और छात्रों के परिजनों का बुला लिया। युवती को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया। इसके बाद चारों छात्रों को पुलिस थाने ले गई। इसके बाद चारों छात्रों को थाने से बिना कार्रवाई के छोड़ दिया गया। चर्चा है कि थाने स्तर से अफसरों को कोई जानकारी दी गई थी। बिना कार्रवाई के छात्रों को छोड़ने से मझोला थाने की पुलिस पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
पुलिस वेरिफिकेशन कराना होगा अनिवार्य
पार्श्वनाथ प्रतिभा सोसायटी आरडब्ल्यूए के संयुक्त सचिव अजय सिंह ने बताया कि सोसायटी में अगर कोई फ्लैट मालिक किरायेदार को रखता है तो उसे किरायेदार का पुलिस वेरिफिकेशन प्रमाणपत्र जमा करना होगा। इसके साथ ही किरायेदारों को आरडब्ल्यूए द्वारा बनाए गए नियम के अनुसार रहना होगा। किरायेदारों को एग्रीमेंट भी आरडब्ल्यूए के पास जमा करना पड़ेगा।
फ्लैट में किराये पर रहकर सोयायटी में शूटरों ने की थी हत्या
सोयायटी में बार-बार घटनाएं हो रही हैं। बावजूद इसके सुरक्षा में लापरवाही बरती जा रही है। 10 अगस्त 2023 को भाजपा नेता अनुज चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना को अंजाम देने वाले शूटरों ने खुद को मेडिकल छात्र बताकर फ्लैट किराये पर लिया था, लेकिन न तो उन्हें कभी गेट पर चेक किया गया और न ही उनका थाने से सत्यापन कराया गया था।