बच्चों के बदलते मिजाज को नजरअंदाज ना करें अभिभावक
अवैध हथियार, डंडे, रॉड, कड़े से लैस होकर विपक्षी पर हमला करने का जो फिल्मी स्टाइल है वो बेहद खतरनाक है। बरौठा में रविवार को दोपहिया वाहनों से पहुंचे युवकों की मारपीट का वीडियो हैरान करने वाला है।
16 अगस्त को भी हरदुआगंज के मंडी गेट में मारपीट व फायरिंग की घटना हुई। चश्मदीदों के मुताबिक एक युवक को पीटकर बाइकर्स तालानगरी की ओर फायरिंग करते हुए भागे। इस घटना के वीडियो साक्ष्य सामने आने पर सोनू यादव की तहरीर पर पुलिस ने हरदुआगंज निवासी अधिवक्ता के पुत्र आकाश वर्मा व गिट्टू पुत्र नोसे को नामजद किया। मंडी गेट की सरेआम घटना की दहशत अभी कम नहीं हुई थी कि रविवार शाम बाइक सवार गिरोह ने गांव बरौठा के घर पर अटैक कर युवक को जमकर पीटते हुए गांव में फायरिंग कर दी। जहां हड़कंप के बीच एकजुट हुए ग्रामीणों ने दो युवकों को पकड़ लिया। जिस फिल्मी अंदाज में ये बाइकर्स बरौठा पहुंचे उस क्राइम स्टाइल की वीडियो थर्रा देने के साथ..इन पर अंकुश ना लगा तो भविष्य बड़े खतरे का संकेत भी है। हालांकि इस मामले में पुलिस ने तत्काल आशा देवी पत्नी स्व0 धर्मेंद्र शर्मा निवासी बरौठा की तहरीर पर प्रतीक, आदित्य, सुमित जादौन निवासी इटावली, श्लोक पुत्र विवेक, शनि पुत्र होरीलाल, अंशुल निवासी बड़ागांव नगला को नामजद किया है। ग्रामीणों ने दबोचे दोनों युवकों से पूछताछ जारी है।
अलीगढ़ / हरदुआगंज : बरौठा गांव में बाइकर्स ने युवक को पीटा, ग्रामीणों ने दो बाइकर्स पकड़े pic.twitter.com/rZSZQZY36B
— समाचार दर्पण लाइव ✵ (@Desk_SDLIVE) August 19, 2024
एक साल में कई बार भिड़ंत
पिछले साल कस्बा मंडी में दो गुटों की भिड़ंत, इसके कुछ दिन बाद बगीची रोड पर युवक की पिटाई, गांव कलाई, ग्वालरा, भवंनगढ़ी में भिड़ंत के बाद, ग्रेटर अलीगढ़ के सामने दो गुटों में फायरिंग, फिर हरदुआगंज बाजार में भिड़ंत, अब मंडी गेट फायरिंग व बरोठा के घर पर अटैक जैसी एक दर्जन से अधिक ऐसी वारदातों की समीक्षा करें तो इनके पीछे अब्बल दर्जे के अपराधी दिमाग होने से इंकार नहीं किया जा सकता। ऐसे हिस्ट्रीशीटर अपराधी जो नए युवकों को अपराध के कीचड़ में धकेलकर खुद अपना वर्चस्व कायम रखना चाहते हैं।
अवैध कारोबार की प्रतिद्वंदता भी वजह
हरदुआगंज में जमीनों के सेटिलमेंट, सट्टा, जुआ, नशा का बड़ा कारोबार, अवैध खनन, तालानगरी में फलफूलते अवैध गैस रिफलिंग व मिलावटी कामों के साथ हरदुआगंज में ब्याज पर रकम देने व जमीनों को गिरवी रखने या फ्रंट की जमीन को खरीदकर पीछे खेत/प्लाट का रास्ता बंद कर देने, बिना लेआउट पास कराए विकसित कालौनी में हिस्सेदारी के विवाद व संरक्षण एवं कारोबार पर अपना वर्चस्व बनाना व साधुआश्रम क्षेत्र के कई गांवों में सट्टे का कारोबार व आजादनगर नशे के कारोबार के लिए मशहूर है। सूत्र बताते हैं कि बैठे बिठाए मुनाफे के इस अवैध कारोबार को अपनी अपनी मुट्ठी में करने के प्रयास से युवाओं में गुटबंदी की बड़ी वजह है। एक गुट जो इस कारोबार को कर रहा है, दूसरा गुट जो इसमें हिस्सेदारी या कारोबार पर कब्जा चाहता है। दोनों ही गुटों को अपने संरक्षण के लिए बड़े अपराधियों का साथ हैं।जिनके मन मे कानून का बिल्कुल भी डर नहीं है।
ये गुट पुलिस की भी कमाई जा जरिया बने रहने से पुलिस चुप रहती है। रिश्वत के मोटे मुनाफे की ललक में एक गुट को सहयोग कर सट्टे के दूसरे गुट के युवकों को हिरासत लेकर मोटी रकम वसूलने में तत्कालीन एसओ व निलंबित दारोगा ताहिर खान की इस रंजिश की जड़े जमाने मे बड़ी भूमिका मानी जाती है।
ओयो होटल जिम्मेदार
पश्चिमी सभ्यता को पोषित कर रहे ओयो के नाम से संचालित अवैध होटल इन युवा तत्वों को अपराध के रास्ते पर ले जाने के सबसे बड़े मददगार हैं। आबादी से बाहर बने इन होटलों में लड़के लड़कियों के जोड़ो को एंट्री के बीच इन गुंडा तत्वों को भी शवाब, शराब के साथ खाने रहने के प्रबंध होने से युवक परिवार से भी बगावत कर इन जगहों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। सूत्र बताते है कि जो युवक जितने बड़े नामी गुंडे का कृपापात्र होगा उसे होटल में उतनी अच्छी सहूलियत मिलेगी। युवक को कुछ दिन मौज मस्ती कराने के बाद उसके मन में अपने विपक्षी के प्रति जहर घोलकर अटैक की साजिश में शामिल किया जाना सहूलियत देने का मकसद होता है। खुलेआम फलता फूलता ऐसा अपराध पुलिस की नाकामी का सबूत है। हालांकि शुक्रवार व रविवार की घटना के बाद सीओ अकमल खान व एसएचओ विपिन कुमार ने इस ओर सख्त रुख अख्तियार किया है। आपका बेटा भी इस गलत शोहबत का शिकार हो सकता है हर अभिभावक को अपने युवा बच्चों के बदलते मिजाज पर नजर रखने की बेहद जरूरत है।