ब्यूरो डेस्क अलीगढ़
अलीगढ़ के गोंडा थाना क्षेत्र के गांव मजूपुर में प्रॉपर्टी के विवाद में परिवार के ही लोगों ने रिटायर्ड फौजी को गोली मार दी। फौजी के ताऊ के बेटों ने उसे घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिसमें एक गोली रिटायर फौजी के पैर में लगी है। वहीं गोलियों की आवाज सुनकर जब गांव के लोग वहां पहुंचे तो आरोपी मौके से फरार हो गए।
गांव में अचानक कई राउंड फायरिंग होने से पूरे गांव में अफरा तफरी फैल गई और ग्रामीणों ने इसकी जानकारी तत्काल पुलिस को दी। घटना की जानकारी मिलने पर पहुंची गोंडा पुलिस ने तत्काल घायल फौजी को मलखान सिंह जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसे प्रारंभिक उपचार देने के बाद जेएन मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया है। मेडिकल कालेज में रिटायर फौजी का इलाज जारी है।
ताऊ के परिवार से है प्रॉपर्टी का विवाद
गोंडा के गांव मजूपुर निवासी इंद्रपाल रिटायर्ड फौजी हैं। सेना से रिटायर होने के बाद वह गांव में ही रहते हैं और अपनी जमीन पर खेती बाड़ी करते हैं। गांव के अंदर उनका घर है और गांव के बाहर उनका फार्म हाउस बना हुआ है। जहां रहकर वह अपनी आजीविका चलाते हैं।
रिटायर्ड फौजी का अपने ताऊ के परिवार से जमीन को लेकर विवाद चल रहा है और उन्होंने थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया था। इसी मामले को लेकर आरोपी लगातार समझौता करने का दबाव बना रहे थे। जब रिटायर्ड फौजी नहीं माने तो आरोपियों ने उन्हें जान से मारने के लिए गोलियां चला दी। लेकिन फौजी ने जैसे तैसे करके अपनी जान बचाई और एक गोली उनके पैर में लग गई।
2 दिन पहले दी थी धमकी
रिटायर्ड फौजी इंद्रपाल ने बताया कि पिछले कई महीनों से जमीन को लेकर उनका विवाद चल रहा है। उन्होंने थाने में मुकदमा दर्ज कराया था, लेकिन पुलिस उनकी सुनवाई नहीं कर रही है और आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। दो दिन पहले आरोपी उनसे मिले थे और समझौते की बात कह रहे थे। उन्होंने धमकी भी दी थी कि वह उन्हं जान से मार देंगे।
पीड़ित ने बताया कि उन्होंने धमकी के बाद भी कोई समझौता नहीं किया। वह शुक्रवार देर रात अपने फार्म हाउस पर ही थे और काम कर रहे थे। इसके बाद वह घर जाने 'के लिए निकले तो आधा दर्जन लोगों ने उन्हें घेर लिया और कई राउंड फायरिंग शुरू कर दी। गोली चलाने वालों में उनके ताऊ का बेटा प्रशांत कुमार सुशील, शिव कुमार, सूखे और अन्य लोग शामिल थे। वहीं पुलिस ने घटना के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है।
आरोपियों की गिरफ्तारी को बनी टीमें
सीओ राजीव द्धिवेदी ने बताया कि पीड़िता का इलाज कराया जा रहा है। पीड़ित पक्ष की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है और आरोपियों की तलाश के लिए दबिश दी जा रही है। जल्दी ही आरोपी पुलिस की हिरासत में होंगे और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।