अलीगढ़ : दलित पिता का आरोप पुलिस ने प्रधान की सुपुर्दगी में दे दी बेटी, 6 दिन बाद भी परिवार को नहीं मिली बिटिया

साब मेरी बेटी को पुलिस ने प्रधान को सौंप दिया और कह दिया कि इसके घर पहुंचा देना लेकिन मेरी लाड़ली का आजतक कोई पता नहीं चला प्रधान जी से पूछता हूं तो गालियां देते हैं सुनिए एक दलित पिता की करुण पुकार.....

मामला बरला थाना क्षेत्र के एक गांव का है जहां कुछ युवक दलित समाज के एक व्यक्ति के घर में देर रात घुस आए व सो रही बिटिया को छेड़ने का प्रयास करने लगे बिटिया के शोर मचाने पर घर में मौजूद लोग भी जाग गए लेकिन आरोपियों ने तमंचे का भय दिखाते हुए सभी परिवारी जनों को चुप करा दिया।

पिता पर झौंक दिया था फायर

सभी लोगों के जग जाने पर उन्होंने एक आरोपी को पकड़ लिया था लेकिन अन्य आरोपी तमंचा तानकर खड़े हो गए। जिसमे से एक आरोपी ने पिता पर फायर झौंक दिया जिससे पिता बाल बाल बच गया।

आरोप : तहरीर पर दर्ज नहीं किया मुकदमा

बात यहीं खत्म नहीं होती बिटिया के पिता ने आरोप लगाते हुए कहा कि सुबह बेटी को लेकर दरोगा साहब के पास पहुंचा और लिखित तहरीर दी थी लेकिन दरोगा जी ने आरोपियों को बुलाकर फैसला करने का दबाव बना दिया और मुकदमा दर्ज नहीं किया।

ग्राम प्रधान को दी सुपुर्दगी

पिता के अनुसार पुलिस ने बिटिया की सुपुर्दगी ग्राम प्रधान मनेंद्र सिंह को दी लेकिन 6 दिन बीत जाने के बाद भी बिटिया घर नहीं पहुंची वहीं पिता को बेटी के साथ कोई अनहोनी होने की आशंका है।

एक अभागा पिता लाड़ली के इंतजार में इधर उधर भटककर बिटिया को तलाश रहा है। अब दलित पिता ने मुख्यमंत्री पोर्टल के जरिए शिकायत दर्ज की है।

इंस्पेक्टर बरला ने मामले में पिता की तहरीर ना मिलने की बात कही है.

ग्राम प्रधान मनेंद्र चौधरी ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि मामला प्रेम प्रसंग का है जिसमें लड़की लड़के के साथ रहना चाहती है जो कि थाने में लिखित दे चुकी है जिसमें लड़की के पिता ने भी सहमति जताई है।

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