भोले बाबा के भक्तों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. उत्तर प्रदेश के हाथरस एक सत्संग में श्रद्धालु लीन थे। तभी अचानक भगदड़ मच गई. कुछ को पैरों तले कुचल दिया गया. कुछ लोगों की दम घुटने से मौत हो गई. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक 120 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि कई अन्य गंभीर हैं. इस घटना से आयोजकों के साथ-साथ श्रद्धालुओं के परिजन भी सदमे में हैं. इस वक्त सरकारी अस्पताल और निजी अस्पताल के बाहर परिजनों की चीख-पुकार ने हर किसी के मन को झकझोर कर रख दिया.
हाथरस की घटना से दहल उठा उत्तर प्रदेश
प्रारंभिक जानकारी सामने आ रही है कि यह घटना उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के फुलरई गांव में हुई है. इस गांव में भोले बाबा का सत्संग आयोजित किया गया था. इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे. इस कार्यक्रम के दौरान अचानक भगदड़ मच गई. इसमें कुछ लोग पैरों के नीचे आ गिरे और कुछ की दम घुटने से मौत हो गई. मिली जानकारी के मुताबिक इस हादसे में मरने वालों की संख्या 120 पहुंच गई है. कई लोगों को सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती किया गया है। इस हादसे में गंभीर श्रद्धालुओं को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया है. सरकारी अस्पताल के अधिकारियों ने मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है.
मुख्यमंत्री ने दिये मदद के आदेश
इस त्रासदी ने उत्तर प्रदेश को हिलाकर रख दिया. सरकारी तंत्र ने तुरंत काम करना शुरू कर दिया है. जिन श्रद्धालुओं की हालत गंभीर है उन्हें इलाज के लिए बड़े अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है. उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. इस मामले में जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों को मौके पर जाने के लिए कहा गया है. पता चला है कि कुछ स्थानीय अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. वास्तव में इस घटना का कारण क्या है? फिलहाल गंभीर श्रद्धालुओं को बचाने की कोशिश की जा रही है.
आईजी शलभ माथुर ने घटना के पीछे की वजह का अनुमान लगाया. जहां सत्संग का आयोजन हुआ। जगह छोटी थी. भीड़ बढ़ती गयी. अचानक भगदड़ मच गई. उनमें से कुछ की दम घुटने से मौत हो गई. मृतकों में महिलाओं का अनुपात अधिक है.