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भारत में कोई सूतक काल मान्य नहीं होगा
नोट:- फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन किया जाता है और उसके अगले दिन रंगों के साथ होली खेली जाती है और होली का पावन त्योहार मनाया जाता है. इस साल की होली थोड़ी अलग होने वाली है, ज्योतिषाचार्य हिमांशु शास्त्री ने बताया कि क्योंकि 100 सालों के बाद इस बार होली पर चंद्र ग्रहण लग रहा है. ऐसे में लोग इस बात को लेकर कंफ्यूजन में हैं कि ग्रहण काल या सूतक काल में वो कैसे होली का त्योहार मनाएंगे या रंग खेलेंगे. आप भी इसी असमंजस में हैं तो चलिए आपको बताते हैं कि होली पर ग्रहण कब लग रहा है और कहां-कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण 25 मार्च को साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है इसी दिन रंगों वाली होली मनाई जाएगी. ऐसे में होलिका दहन पर सूतक और होली वाले दिन ग्रहण का साया रहेगा ज्योतिषाचार्य हिमांशु शास्त्री ने बताया की अच्छी बात यह है कि ये चंद्र ग्रहण भारत में नहीं नजर आएगा ऐसे में भारत में सूतक काल भी मान्य नहीं होगा चंद्र ग्रहण यूरोप, पूर्व एशिया ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत, अटलांटिक, आर्कटिक और अंटार्कटिका के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा. 25 मार्च की सुबह चंद्र ग्रहण लगेगा. ग्रहण काल सुबह 10.23 बजे शुरू होगा और दोपहर 3.02 बजे तक रहेगा 100 साल बाद होली के दिन पर ग्रहण लगने से इससे जुड़े कुछ उपाय किए जाए तो शुभ फल मिलेगा,