ब्यूरो डेस्क अलीगढ़
अलीगढ़ के लोधा थाना क्षेत्र में ममता को तार-तार करने वाला एक मामला सामने आया है। यहां चंद घंटे की मासूम दुधमुही बच्ची को कोई खेत में फूस के ढ़ेर के पास छोड़ गया। घंटो फूस के ढ़ेर में पड़ी रहने के बाद जब बच्ची को भूख लगी तो बच्ची ने रोना शुरू किया।
बच्ची के रोने की आवाज सुनकर खेत में काम करने वाले ग्रामीणों को उसका पता चला। जब ग्रामीण वहां पहुंचे तो मासूम बच्ची फूस के ढ़ेर में पड़ी हुई थी। जिसके बाद ग्रामीणों ने बच्ची को संभाला और पुलिस को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्काल बच्ची को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ्य बताई जा रही है।
बच्ची को अपने साथ ले गया था गांव का परिवार
खेत में बच्ची मिलने पर गांव का ही एक ब्राह्मण परिवार उसे अपने साथ घर ले गया। जिसके बाद उन्होंने बच्ची को दूध पिलाया और उसकी देखरेख कर रहे थे। परिवार का यह भी कहना था कि अगर कोई बच्ची की देखरेख करने को नहीं आया तो वह खुद ही बच्ची का पालन पोषण करेंगे।
लेकिन पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया करते हुए बच्ची को अपने कब्जे में ले लिया और फिर अस्पताल में उसका परीक्षण कराया। लोधा थाने की महिला कांस्टेबल ने भी मां की तरह बच्ची की देखरेख की और अस्पताल में उसे दुलराती नजर आई। पुलिस उसके परिजनों की तलाश की जा रही है।
बच्ची को दुलराते रहे पुलिस कर्मी
दुधमुंही बच्ची को अस्पताल लाने के बाद उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। जिसके बाद महिला कांस्टेबल ने उसे संभालने की जिम्मेदारी उठाई। वहीं दूसरी ओर थाना प्रभारी समेत मौके पर मौजूद हर पुलिस कर्मी बच्ची को दुलराता नजर आया। जिसके बाद बच्ची को चाइल्डलाइन के सुपुर्द कर दिया गया है।
वहीं पुलिस गांव और आसपास के क्षेत्र में पिछले दो दिन में हुए बच्चों का पता लगाने में जुटी है। इसके साथ ही लोगों से भी पूछताछ की जा रही है, जिससे कि बच्ची के माता पिता का पता लगाया जा सके। अगर बच्ची के माता-पिता नहीं मिले तो फिर उसे कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद किसी निसंतान दंपत्ति को गोद दे दिया जाएगा।
इंस्पेक्टर लोधा विपिन कुमार ने बताया कि बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है। उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराने के बाद उसे चाइल्डलाइन को सौंप दिया गया है। जिससे उसकी बेहतर देखरेख हो सके। बच्ची के परिजनों की तलाश की जा रही है, जिससे उसे अपने माता-पिता तक पहुंचाया जा सके।