नोट-साल का दूसरा व आखिरी सूर्यग्रहण शनिवार को लगने रहा है। इस दिन सर्वपितृ अमावस्या भी है। ज्योतिष शास्त्र मे सूर्य ग्रहण की घटना को महत्वपूर्ण खगोलीय घटना मानी गई है। ग्रहण का वैज्ञानिक के साथ धार्मिक महत्व भी है।ज्योतिषाचार्य हिमांशु शास्त्री ने बताया कि साल का आखिरी सूर्यग्रहण वलयाकार होगा। ग्रहण को लेकर लोगों के मन में सवाल है ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई नहीं देगा और विश्व के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा जैसे कि अमेरिका के दक्षिणी क्षेत्र को छोड़कर लगभग संपूर्ण उत्तरी अमेरिका कैनेडा अफ्रीका महाद्वीप के पश्चिमी क्षेत्रों ग्याना पश्चिमी सहारा आदि पश्चिमी क्षेत्रों में ही दृश्य होगा
14 अक्टूबर को भारतीय समय अनुसार रात 08 बजकर 34 मिनट पर प्रारंभ होगा और रात 02 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगा। साल का आखिरी सूर्यग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए भारत में सूतक काल मान्य नहीं होगा।कन्या राशि और चित्रा नक्षत्र में लगेगा। ग्रहण काल में कुछ राशियों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है।
ग्रहण की अवधि में मेष, कर्क, तुला और मकर राशि वालों सावधान रहे।