मध्य प्रदेश में गुना जिले में राजस्व विभाग का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। नायब तहसीलदार का तबादला हो जाने पर एसडीएम ने उस का प्रभार एक पटवारी को दे दिया।
जबकि नायब तहसीलदार का प्रभार पटवारी को नहीं दिया जा सकता है। हालांकि जैसे ही मामला सामने आया इस आदेश को बदल दिया गया। दूसरे आदेश में पास के ही एक नायब तहसीलदार को प्रभार दिया गया है। इस आदेश की चारों तरफ चर्चाएं फिलहाल गर्म है।
दरअसल नायब तहसीलदार रमाशंकर सिंह गुना जिले के राधौगढ़ तहसील में पदस्थ थे, वह राधौगढ़ तहसील के करमाखेड़ी सर्कल का काम देखते थे, 25 जुलाई को मध्यप्रदेश शासन ने नायब तहसीलदारों के तबादले किए थे। नायब तहसीलदार रमाशंकर सिंह का तबादला गुना से हो गया है, 1 दिन पहले ही वह गुना से रिलीव हो गए, उनके जाने से कर्माखेड़ी सर्कल खाली हो गया। इसके बाद राधोगढ़ एसडीएम IAS आर अंजलि ने रविवार की तारीख में ही एक और आदेश जारी कर दिया। उन्होंने कर्माखेड़ी सर्कल खाली हो जाने से एक पटवारी को वहां के नायब तहसीलदार का प्रभार दे दिया।
उनके आदेश के अनुसार राधोगढ़ तहसील में पदस्थ पटवारी जगदीश भदौरिया को अगले आदेश तक कर्माखेड़ी सर्किल के नायब तहसीलदार का प्रभार दे दिया। जबकि नियमानुसार किसी पटवारी को नायब तहसीलदार का प्रभार नहीं दिया जा सकता है। अगर नायब तहसीलदार की जगह खाली हो जाती है तो पास के ही किसी नायब तहसीलदार को ही अतिरिक्त प्रभार दिया जाता है। या फिर सीनियर आर आई को चार्ज दिया जाता है।
हालांकि जैसे ही आदेश सामने आया सभी जगह चर्चाएं गर्म हो गई। आनन-फानन में आदेश को बदला गया एक दूसरे आदेश को रविवार की तारीख में ही जारी किया गया। इसमें पास के ही एक नायब तहसीलदार को कर्माखेड़ी सर्कल का चार्ज दिया गया। दूसरे आदेश के अनुसार जामनेर सर्कल में पदस्थ नायब तहसीलदार रेणु कांसलीवाल को जामनेर सर्कल के साथ ही कर्माखेड़ी सर्कल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया। हालांकि जब तक यह दूसरा आदेश सामने आया तब पहले आदेश की चर्चाएं जिले के राजस्व अधिकारियों के बीच फैल चुकी थी।