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अलीगढ़: 15 अगस्त (27 मुहर्रम) मंगलवार को हर साल की तरह बाद ए नमाज ए मग़रिब पटवारी नगला में मजलिस की गई।
इसके बाद सुरगवासी शौकत अली के बेटे अहमद हुसैन के मकान से दानिश हुसैन के मकान तक अलम और ताबूत का जुलूस बारामद हुआ। जब मौलाना क़मर अब्बास काज़मी साहब ने जिक्रे कर्बला किया तो लोगो के आंसू निकल आए साथ ही मौलाना साहब ने कहा कि आखिरी रसूल की सीरत पर अमल करना हर मुसलमान की जिम्मेदारी है इसमे अज़ादार मातम करते हुए हाय हुसैन हाय हुसैन की सदाएं बुलंद करते रहे |
मुरादाबाद से आई अंजुमन हैदरी (बुकनाला) और अंजुमन शमशीरे हैदरी (अलीगढ़) ने नोहाख्वानी और मातम किया।
जुलूस का इंतेज़ाम जनाब हशमत अली और सुरगवासी शौकत अली के पुत्र जनाब अहमद हुसैन और दानिश हुसैन ने किया।
मजलिस में अता हुसैन, जाहिद हुसैन, इकबाल हुसैन, चमन, रहमत अली शामिल रहे।