उत्तर प्रदेश के कानपुर से ऐसी घटना सामने आई है, जो हम सबको सोचने पर मजबूर करती है. क्या कोई मासूम तीसरी कक्षा में पढ़ने वाला बच्चा मां की डांट से इतना नाराज हो सकता है कि वो अपनी जिंदगी ही खत्म कर डाले?
दरअसल, कानपुर में एक 9 साल के बच्चे ने अपनी स्कूल ड्रेस में लगी टाई से फांसी लगा ली.
बच्चे को उसकी मां और भाई ने खाने नहीं खाने और साइकिल चलाने को लेकर डांट दिया था. इसी बात से नाराज होकर बच्चे ने खौफनाक कदम उठा लिया.
जानकारी के अनुसार, कानपुर के नरवल इलाके में रहने वाले सुशील कुमार का 9 साल का बेटा कक्षा 3 में पढ़ता था. वह स्कूल से जब दोपहर में लौटकर आया तो मां ने खाना दिया. इस दौरान उसका भाई भोजन करने लगा, लेकिन बच्चे ने खाना नहीं खाया. उसे साइकिल चलाने का शौक था तो वह साइकिल लेकर बाहर निकल गया. इस पर उसकी मां ने उसे डांट दिया. मां के डांटे से नाराज होकर बच्चा घर के अंदर आ गया. उसके बड़े भाई ने भी उसे डांट दिया.
मां और भाई की डांट को बच्चे ने समझ लिया अपमान?
मां और भाई की डांट को मासूम बच्चा अपना अपमान समझ बैठा. उसने खाना नहीं खाया. इसके बाद रात में घर के टॉयलेट में जाकर अपनी स्कूल की ड्रेस टाई निकालकर फांसी लगाकर जान दे दी. परिजनों ने जब देखा तो हाहाकार मच गया. बच्चे को परिजनों ने डॉक्टरों को दिखाया, डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया.
कानपुर की ये खबर हम सबको डराती है. लोग बच्चों को गलतियों के लिए अक्सर डांटते हैं, नाराज होते हैं, उन्हें समझाते हैं, प्यार करते हैं, लेकिन छोटी सी उम्र में क्या कोई बच्चा इतना नाराज हो सकता है? यह सोच उसमें कहां से आ गई?
घटना को लेकर एडीसीपी ने क्या कहा?
इस मामले में एडीसीपी अशोक कुमार सिंह का कहना है कि बच्चे ने स्कूल की टाई से फांसी लगाई थी. उसकी मां ने साइकिल चलाने को लेकर नाराजगी दिखाई थी. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा करवाकर पोस्टमार्टम कराया है. मामले की जांच की जा रही है.