उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में राष्ट्रीय पक्षी मोर और थानाध्यक्ष (SHO) की दोस्ती का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। मोर और थानाध्यक्ष की दोस्ती का वीडियो वायरल होने के बाद में पूरे जिले में पक्षी और पुलिसकर्मी की दोस्ती की चर्चाएं आम हो चली हैं, दरअसल यह मोर थानाध्यक्ष के एक बार आवाज देने पर पल भर में उनके पास आ जाता है।
थानाध्यक्ष जितनी देर थाने में मौजूद रहते हैं, यह मोर उनके आसपास बना रहता है।
थानाध्यक्ष और मोर की दोस्ती के किस्से क्षेत्र में लोगों के अल्फाजों में बयां हो रहे हैं। आसपास के लोगों का यहां तक कहना है कि जब मोर थानाध्यक्ष को नहीं देखता है तो परेशान होने लगता है और थाने के कैंपस में इधर से उधर घूम कर उन्हें ढूंढता रहता है। मोर की इस हरकत को देखकर थानाध्यक्ष भी उसका हाल चाल लेना नहीं भूलते हैं। वह सुबह होते ही उसे आवाज देकर बुलाते हैं और उसके साथ काफी समय व्यतीत करते हैं।
हरदोई के अरवल थानाध्यक्ष श्यामू कनौजिया और राष्ट्रीय पक्षी मोर की दोस्ती के चर्चे इन दिनों हरदोई में हर जुबान पर हैं। मोर और श्यामू की दोस्ती थाना परिसर में इस कदर बढ़ी हुई है कि वह एक-दूसरे के आसपास ही नजर आते हैं। सुबह से शाम तक पुलिसिंग की दिनचर्या में काफी समय थानाध्यक्ष श्यामू कनौजिया का मोर के साथ ही व्यतीत होता है। सुबह, दोपहर और शाम को श्यामू कनौजिया इस मोर को दाना चुकाना नहीं भूलते हैं।
थाना कैंपस में रहने वाले अन्य पुलिसकर्मियों का कहना है कि मोर सुबह से ही थानाध्यक्ष को ढूंढने लगता है। क्षेत्रीय निवासी निखिल दीक्षित का कहना है कि राष्ट्रीय पक्षी मोर और थानाध्यक्ष की दोस्ती के चर्चे हर जुबान पर हैं। हर व्यक्ति इस दोस्ती की चर्चा करता हुआ नहीं थक रहा है। वहीं अक्सर थाने में जाने वाले बीजी मिश्रा का कहना है कि यह मोर सुबह होते ही थानाध्यक्ष को एक नजर देखने के लिए व्याकुल हो जाता है।
थानाध्यक्ष के न दिखाई देने पर यह आवाज लगाता है। एक-दूसरे के साथ यह दोनों काफी समय बिताते हैं। वहीं थानाध्यक्ष श्यामू कनौजिया कहते हैं कि तबादले के बाद यह मोर उन्हें इस थाने में दिखा था। उन्होंने इसे थोड़ा सा दाना डाल दिया था। तभी से यह काफी क्लोज आ गया। अब उनके हाथ से ही दाना खाता है। सुबह होते ही ढूंढ कर उनसे मिलता है।
पुलिसकर्मियों ने बताया कि थानाध्यक्ष जब कहीं चले जाते हैं तो यह व्याकुल होने लगता है। काफी तेज बोलकर आवाज देकर उन्हें बुलाने की कोशिश करता है। थाना कैंपस में आते ही वह उनके पास आ जाता है। राष्ट्रीय पक्षी मोर और थानाध्यक्ष की दोस्ती का वीडियो अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।
वहीं प्रभागीय निदेशक वन शशिकांत अमरेश का कहना है कि राष्ट्रीय पक्षी मोर संरक्षित प्राणी है। यह अक्सर जंगलों से लेकर गांव देहात में भी पाया जाता है। इंसानी बस्तियों के बीच में यह पक्षी अक्सर इंसानों से दोस्ती बना लेते हैं। बिना हानि पहुंचाए अगर इसके साथ किसी के द्वारा इसका संरक्षण और रखरखाव और बचाव किया जा रहा है तो यह काफी अच्छी बात है।