SDLive News
मेयर पद पर उतरे प्रत्याशियों को लेकर मतदाताओं में इस बार काफी नाराजगी देखने को मिली। इसको लेकर उन्होंने ईवीएम से नोटा के अधिकार का भरपूर प्रयोग किया। इस दौरान चुनाव मैदान में उतरे 13 में से 11 प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई।
सिर्फ दो प्रत्याशी, भाजपा के प्रशांत सिंघल एवं सपा के जमीरउल्ला खां ही चुनाव आयोग के तय मतों को पाकर अपनी जमानत राशि को बचा पाने में सफल रहे।
छह प्रत्याशी तो ऐसे रहे जो नोटा से ही हार गए। इस बार 45.59 फीसद मतदाताओं ने अपने वोट डाले थे। इसमें निर्दलीय दिलीप कुमार शर्मा 1075, एमएल पापा 989, कुंवरपाल सिंह 996, एलबी दयाशंकर 1641, दीपक कुमार कश्यप 414, राजेश कुमार शर्मा 482 ही वोट पा सके। इनसे अधिक तो 1673 लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया है।
ईवीएम के साथ पोस्टल बैलेट से भी बरसे वोट
चुनाव में उतरे प्रत्याशियों को ईवीएम के अलावा पोस्टल बैलेट से भी खूब वोट मिले हैं। इनमें करीब 256 सर्विस वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। इसमें भाजपा प्रत्याशी प्रशांत सिंघल को सबसे अधिक 135 मत, सपा के जमीरउल्ला खां को 43, बसपा के सलमान शाहिद को 59 एवं कांग्रेस के सीपी गौतम को भी आठ वोट बैलेट पोस्टल के जरिए मिले हैं।