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भारत माता के चित्र पर पुष्प न अर्पित करने और ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल न होने वाले आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। बीएसए ने मामले का संज्ञान लेते हुए वायरल वीडियो और शिकायत के आधार पर उसे दोषी माना है। शिक्षक पर निलंबन की कार्रवाई करने के साथ ही उससे इस मामले में लिखित स्पष्टीकरण भी मांगा गया है और निर्धारित समय में जवाब देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही विभाग ने इस मामले में विस्तृत जांच शुरू कर दी है, जिससे आगे की कार्रवाई की जा सके।
इगलास में कार्यरत है आरोपी शिक्षक
इगलास तहसील के गांव लखटोइ स्थित प्राथमिक विद्यालय में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का उत्सव था और झंडारोहण के बाद राष्ट्रगान का कार्यक्रम चल रहा था। इस दौरान स्कूल में कार्यरत शिक्षक हसमुद्दीन ने कार्यक्रम में शामिल होने के बजाय कक्षा के अंदर आकर बैठ गए थे। स्कूल के कार्यक्रम में शिक्षक के ही शामिल न होने के कारण गांव वालों को अचंभा हुआ। जिसके बाद गांव के प्रधान मान सिंह और अन्य लोग उसे बुलाने गए। लेकिन शिक्षक यह कहकर इनकार कर रहा था कि उसकी तबीयत खराब है। वहीं गांव वालों का कहना था कि जब वह हाथरस से अलीगढ़ सकता है तो दो मिनट ध्वजारोहण कार्यक्रम में क्यों शामिल नहीं हो रहे।
इतना ही नहीं शिक्षक का कहना था कि वह भारत माता के चित्र पर मत्था नहीं टेकेंगे। क्योंकि वह ऊपर वाले के अलावा अन्य किसी के सामने नहीं झुकेंगे। जिसके बाद उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर व वायरल हो गया था। इसी के बाद आरोपी शिक्षक पर कार्रवाई की गई है।
रिपोर्ट के बाद होगी और सख्त कार्रवाई
बीएसए सत्येंद्र ढाका ने बताया कि शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। मामले की विस्तृत जांच के लिए बीईओ की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है, जो इस सारे प्रकरण की जांच कर रही है। जांच रिपोर्ट आने के आगे की कार्रवाई की जाएगी।