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अलीगढ़ में किसानों से यूरिया के ज्यादा मूल्य वसूल करने के मामले में डीएम ने डडार आलूपुरा समिति की सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। डीएम ने सचिव को निलंबित करने के साथ ही उनकी समिति का लाइसेंस भी निलंबित किया है।
आरोपी सचिव के खिलाफ डीएम को लगातार शिकायतें मिल रही थी। जिसके बाद पीड़ितों ने डीएम से शिकायत करने के साथ ही वीडियो साक्ष्य भी प्रस्तुत किए थे। वीडियो साक्ष्य मिलने के बाद डीएम ने तत्काल आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की है और समिति के जरिए होने वाली उर्वरक की बिक्री को रोक दिया है।
प्रधान ने की शिकायत, फिर आमजन भी मिले
डडार आलूपुरा गांव के प्रधान ने डीएम से 2 जनवरी को गांव की समिति की सचिव के खिलाफ शिकायत की थी। जिसमें उन्होंने बताया कि सचिव रेखादत्त शर्मा पिछले 10 सालों से इस पद को संभाल रही हैं। लेकिन उनके द्वारा लगातार गड़बड़ी की जा रही है।
इसमें बताया गया कि उनके द्वारा लगातार यूरिया की ज्यादा कीमत वसूली जा रही है। 3 जनवरी को एक शिकायत कर्ता जुगेंद्र डीएम से मिला और उसने भी कीमत से अधिक मूल्य वसूलने की शिकायत की और साक्ष्य के तौर पर डीएम को वीडियो भी दिखाया। जिसके बाद डीएम ने तत्काल कार्रवाई की है।
आरोपी सचिव से मांगा गया स्पष्टीकरण
डीएम के निर्देशानुसार जिला कृषि अधिकारी अभिनंदन सिंह ने आरेापी सचिव से इस मामले में लिखित स्पष्टीकरण मांगा है, जो उन्हें तीन दिन के अंदर देना होगा। उनकी सहकारी समिति डडार आलूपुरा का उर्वरक विक्रय लाइसेंस भी सस्पेंड किया जा चुका है।
जब तक लिखित स्पष्टीकरण नहीं आएगा, तब तक समिति को उर्वरक की आपूर्ति भी नहीं की जाएगी। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि अगर लिखित स्पष्टीकरण प्राप्त नहीं हुआ या संतोष जनक नहीं हुआ तो उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 में निहित प्राविधानुसार कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। इसके लिये सचिव खुद ही जिम्मेदार होंगी।