एटरनल जीनियस वन संस्था के बैनर तले विश्व में पहली बार अलीगढ़ में वीरांगना राजमाता जीजाबाई के सम्मान में आयोजित हुआ मातृशक्ति सम्मान - सांस्कृतिक कार्यक्रम

ब्यूरो चीफ, अलीगढ़

विश्व में पहली बार मराठा सम्राट सनातनी योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज की माँ जीजाबाई जी के सम्मान में पराग रेस्टोरेंट रामघाट रोड़, अलीगढ़ में नारी सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के क्रम में एटरनल जीनियस वन संस्था द्वारा "राजमाता जीजाबाई" मातृशक्ति सम्मान नामक निःशुल्क योग, ताइक्वांडो, चित्रकला, मेहंदी, नृत्य, गायन एवं मॉडलिंग का साँस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि माॅडल एवं टीवी अभिनेत्री कुसुम सिंह कविता जी ने वीरांगना राजमाता जीजाबाई के सम्मुख दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण कर किया। 

डबल ए ब्रदर्स डांस कोरियोग्राफर निशा चौहान को सम्मानित करते हुए।

कार्यक्रम के अवसर पर बॉलीवुड अभिनेत्री कुसुम सिंह कविता जी ने कहा कि एटरनल जीनियस वन संस्था निरंतर सनातन धर्म, भारतीय सभ्यता और वैदिक संस्कृति को बढावा देने की दिशा में इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है।

कार्यक्रम में उपस्थित दर्शक

जिससे युवाओं में उच्च कोटि के संस्कार एवं राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत हो रही है। आयोजन में विभिन्न क्षेत्रों में नारीशक्ति का नेतृत्व कर रहीं लगभग 140 मातृशक्तियों को संस्था के पदाधिकारियों द्वारा सम्मानित किया गया एवं साँस्कृतिक कार्यक्रम में लगभग 110 प्रतिभागियों ने भारतीय वस्त्रों में अपनी मनमोहक प्रस्तुति देकर दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित किया। 

ताइक्वांडो का प्रदर्शन करते प्रतिभागी
स अवसर पर कार्यक्रम के आयोजक डबल ए ब्रदर्स कृष्णभक्त अभिषेक सक्सैना एवं आशु सिंघल ने कहा कि वीरांगना राजमाता जीजाबाई छत्रपति शिवाजी महाराज की माता होने के साथ-साथ उनकी मित्र, मार्गदर्शक और प्रेरणास्त्रोत भी थीं। उनका सारा जीवन साहस और त्याग से भरा हुआ था। उन्होनें जीवन भर कठिनाइयों और विपरीत परिस्थितियों को झेलते हुए भी धैर्य नहीं खोया और अपने पुत्र ‘शिवा’ को वे संस्कार दिए, जिनके कारण वह आगे चलकर सनातनी हृदय सम्राट ‘छत्रपति शिवाजी महाराज’ कहलाये। 

उन्होंने शिवाजी महाराज के पुत्र एवं अपने पौत्र सम्भाजी महाराज को भी प्रशिक्षित किया। यह सम्भाजी महाराज को माँ जीजाबाई के दिए हुए संस्कारों का ही प्रभाव था कि मुगल आक्रांता औरंगजेब के सम्भाजी महाराज को धोखे से बंदी बनाये जाने के उपरान्त जबरन इस्लाम स्वीकार कराने को दी गईं करोड़ों यातनाओं के उपरान्त भी उन्होंने सनातन धर्म का त्याग नहीं किया और राष्ट्र और सनातन धर्म के हित में हंसते हंसते मृत्यु को स्वीकार कर लिया। प्रत्येक मातृशक्ति को वीरांगना राजमाता जीजाबाई के चरित्र से प्रेरणा लेकर अपने जीवन को सार्थक बनाने प्रयास अवश्य करना चाहिए। कार्यक्रम का सफल संचालन एंकर अरुण तिवारी ने किया। 

प्रतिभागियों को सम्मानित करते, डबल ए ब्रदर्स
श्रीमती शकुंतला भारती पूर्व महापौर भाजपा, युवा नेता विक्रांत गर्ग आई टी संयोजक अलीगढ़ महानगर भाजपा, डॉक्टर पूनम सारस्वत, अलीगढ़ रत्न अर्चना फौजदार, किरण सक्सैना, निशा चौहान, सोनिया मित्तल, अदिति गुप्ता, गौरी पाठक, नीलम सक्सैना, कल्पना पंडित, नंदिनी वार्ष्णेय एवं सोनिका सिंह ने सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट व मेडल प्रदान कर सम्मानित किया और उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में नितिन गोपाल, मोहन वार्ष्णेय, नूतन गुप्ता, भूमिका प्रतुल गुप्ता, आदित्य सिंह, आरजे जय, कार्तिक सक्सैना, सौभांश ठाकुर, डायरेक्टर राजा राना, आनंद सक्सैना, जैनउल खान, गौरव प्रताप, प्रवीर सक्सैना, रेखा राणा, ईशा उत्थान, धर्मेंद्र चौधरी, बबीता निगम आदि उपस्थित रहे। इस मौके पर एटरनल जीनियस वन संस्था के मीडिया प्रभारी अग्नेश यादव के नेतृत्व में संस्था के सभी समाज सेवीयों ने कार्यक्रम की व्यवस्थाओं को सुचारू रूप संचालित करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।


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