रिपो. अभिषेक चौधरी
कस्बा में चोरी की घटनाएं अब आम हो चुकी हैं,फिर चाहे चोरी चोटी हो या बड़ी। हालांकि कानूनी भाषा में छोटा बड़ा कुछ नही। अपराध की प्रकृति एक जैसी रहती है।
बीती रात चोरों ने इस्कॉन के निर्माणाधीन गुरुकुल से सरियों का बंडल चोरी कर लिया जोकि आज सुबह अहीरपाड़ा क्षेत्र के मरघट के निकट से बरामद हो गई हैं। दो दिन पहले भी 10 - 12 वर्ष उम्र के चोरों ने एक वकील साहब के घर को निशान बनाकर सामान चोरी कर लिया था।
यह बाल अपराधी पब्लिक ने ही दबोचे थे जोकि क्वार्सी क्षेत्र के थे। ये बाल अपराधी हरदुआगंज को चोरी के लिए मुफीद मानकर यहां चोरी कर रहे थे।
बता दें कि मुख्य बाजार में दुकान काटकर चोरी करने की घटनाओं से लेकर केनरा बैंक के एटीएम से चोरी के प्रयास की घटनाओं हो चुकी हैं। बावजूद इसके पुलिस की कार्यप्रणाली जस की तस बनी हुई है।
क्या वास्तव में कस्बा क्षेत्र चोरी के लिए मुफीद है ?
क्या कस्बे में पुलिस गश्त नदारद है ?