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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज से तीन दिवसीय उत्तराखंड के दौरे पर रहेंगे। अपने दौरे के दौरान सीएम योगी देहरादून स्थित जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे, जहां उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल समेत कई नेताओं ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया।
इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने बिथ्याणी स्थित महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय परिसर में अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने स्कूल के शिक्षकों को सम्मानित किया। 6 शिक्षकों को शॉल देकर उन्हें धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि मैं यहां कक्षा 1 से 9 तक पढ़ा हूं। मुझे याद है कि 1940 से 2014 तक मेरे गुरु यहां नहीं आ पाए। जबकि उनका जन्म यहीं हुआ था। वहीँ उत्तर प्रदेश का जिक्र करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा की वहां माफिया की अब कमर टूट गयी है। स्थिति ऐसी है की अब वे सीधे खड़े नहीं हो पा रहे हैं।
जीवन में संन्यास लेने के बाद किसी संन्यासी के लिए समाजिक रिश्ते बदल जाते हैं, मगर मां का रिश्ता सदैव बना रहता है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी आज उनके भाई, बहन व अन्य लोग महाराज कहकर संबोधित करते हैं, मगर मां सावित्री देवी के लिए वह आज भी वही अजय हैं, जो उनके आंचल में पले और बढ़े थे।
सबसे पहले अपनी मां सवित्री देवी के पास पहुंचे
सायं छह बजे योगी आदित्यनाथ अपने पैतृक आवास पर पहुंचे तो यहां वह देश के सबसे बड़े सूबे के मुख्यमंत्री नहीं थे, बल्कि इस घर में जन्में और पले-बढ़े अजय थे। घर पहुंचने पर योगी आदित्यनाथ सबसे पहले अपनी वयोवृद्ध मां सवित्री देवी के पास पहुंचे। उन्होंने मां के चरण छूए तो मां का आशीष भरा हाथ योगी के सिर पर आ गया।
योगी ने अपनी मां के पैर छूकर लिया आशीष
यही वजह रही कि पांच साल बाद जब एक योगी अपनी जन्मदात्री से मिले तो उनके मुख से भी मां का संबोधन निकला। योगी ने अपनी मां के पैर छूकर आशीष लिया। मां का ममतामयी हाथ सिर पर आया तो योगी आदित्यनाथ भावुक हो गए।
11 फरवरी 2017 को आए थे गांव, एक रात भी थे रुके
मंगलवार को अक्षय तृतीय का पुण्य पर्व 83 वर्षीय सावित्री देवी के लिए सबसे अहम था। वह इसलिए कि उनसे मिलने उनके पुत्र अजय बिष्ट (योगी आदित्यनाथ) आ रहे थे। योगी आदित्यनाथ आखिरी बार 11 फरवरी 2017 को अपने गांव आए थे। तब भी वह एक रात अपने पैतृक आवस में रुके थे। अब वह करीब पांच वर्ष बाद अपने गांव पहुंचे थे।
योगी ने मां से पूछा कि क्या वह उन्हें पहचान रही हैं
योगी आदित्यनाथ ने मां से पूछा कि क्या वह उन्हें पहचान रही हैं, मां की ओर से जब कोई जवाब नहीं आया तो योगी आदित्यनाथ ने इस वाक्य को तीन बार दोहराया। जिसके बाद मां ने सिर हिलाकर अपनी भावनाएं व्यक्त की। योगी आदित्यनाथ ने इसके बाद मां की कुशलक्षेम पूछी। इस दौरान योगी आदित्यनाथ और उनकी मां सावित्री देवी का कई बार गला भर आया।
करीब आधा घंटा मां के कमरे में बिताया
उन्होंने अपने भाइयों से मां के स्वास्थ्य तथा उपचार आदि की जानकारी ली। इसके बाद करीब आधा घंटा योगी आदित्यनाथ ने मां के कमरे में ही अपने भाई-बहनों और अन्य स्वजन के साथ बिताया।
भतीजे को जन्मदिन पर दिया आशीर्वाद
मंगलवार को योगी आदित्यनाथ के भाई महेंद्र सिंह बिष्ट के बेटे अनंत का जन्मदिन भी था। उन्होंने भतीजे से मुलाकात कुर उन्हें आशीर्वाद भी दिया। इसके बाद योगी घर के बाहर लगे पंडाल में पहुंचे, जहां उन्होंने एक-एक कर गांव के नागरिकों, बुजुर्गों तथा महिलाओं से भी मुलाकात की। उनसे मिलने पहुंचे बच्चों को भी उन्होंने मिठाई खिलाई और गर्मजोशी के साथ उनके साथ संवाद कर फोटो भी खिंचवाई।
योगी आज भी अपने गांव में ही रुकेंगे
योगी आदित्यनाथ मंगलवार को अपने पैतृक आवास पर ही रुके हैं। यहां उनके लिए उनका एक कमरा हमेशा सुरक्षित रखा जाता है। बताया जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ बुधवार को भी अपने गांव में ही रुकेंगे। हालांकि अभी उनका कार्यक्रम तय नहीं हुआ है।