रिपो० रिशू कुमार
शिकारपुर। शिकारपुर से अनूपशहर रोड, ग्राम दरवेशपुर स्थित श्री बालाजी मंदिर में 16 मई सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के दिन विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। भंडारा सुबह 9 बजे से शुरु होकर देर शाम समापन हो गया था। जिसमे हजारों लोगों ने प्रशाद ग्रहण किया, भंडारे में आए गरीब लोगो को कपड़े और बर्तन भी वितरण किए गए।
गांव दरवेशपुर पर स्थित श्री बालाजी मंदिर में 51 देवी - देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं, जिसमें हनुमान जी, श्री गणेश, अंजनी माता, शानि देव, शिव - पार्वती, ब्रह्मा जी, राम - सीता लक्ष्मण, राधा - कृष्ण, काल भैरो, भद्रकाली, शेषनाग, गुरु गोरखनाथ, मां शैलपुत्री, मां ब्रह्मचारिणी, मां चंद्रघंटा, स्कंद माता, मां कात्यायनी, मां कालरात्रि, मां महागौरी, मां सिद्धिदात्री और शिव परिवार सहित आदि मूर्तियां हैं।
श्री बालाजी मंदिर के संचालक देवेंद्र सिंह फौजी (भगत जी) ने बताया कि मंदिर में स्थापित 51 देवी - देवताओं सहित देव श्री पुपेंद्र सिंह इस मंदिर के माध्यम से लोगों की समस्या को निवारण करते हैं। साथ ही बताया कि मंदिर पर शनिवार और रविवार को संपूर्ण पितृदोष, मानसिक, शारीरिक एवं आर्थिक कष्ट, भूत - प्रेत बाधा,चौकी, बंधन, पागलपन, मिर्गी - दौरे, बांझपन आदि कष्टों का निवारण किया जाता है।
देवेंद्र सिंह भगत जी ने 51 मूर्तियों को स्थापित कर भंडारे का आयोजन किया जिसमें हजारों लोगों ने प्रशाद ग्रहण किया, बता दें कि भंडारा सुबह 9 बजे से हो गया था जिसमे अनूपशहर छोटी काशी में गंगा स्नान करने वाले हजारों श्रद्धालुओं ने मंदिर पर रुककर प्रसाद ग्रहण किया। जिसमे मंदिर पर आए प्रत्येक गरीब व्यक्ति को वर्तन, साड़ी, कुर्ता - धोती - पजामे, पेंट - शर्ट आदि वितरण किए गए।
श्री बालाजी मंदिर में स्थापित 51 देवी - देवताओं के दर्शन