रिपो० रीशू कुमार
शिकारपुर। अभी तक तो आपने कडाके की ठंड में ठंड से बचने के लिए धूप में विद्यालय में बच्चों को पढ़ते देखा होगा लेकिन पहासू प्राथमिक विद्यालय नम्बर एक से ऐसी दिल झकझोर देने वाली तस्वीरें सामने आई है जिन्हें देख कर आप भी सहम जाएंगे।
तापमान की तपिश पहासू के प्राथमिक विद्यालय नंबर एक के बच्चों के लिए अभिशाप बन गयी है प्राथमिक विद्यालय पहासू नम्बर एक में 450 छात्र संख्या होने के बाबजूद स्कूल में बने मात्र तीन कमरों के कारण काफी संख्या में बच्चे गर्म हवाओं और लूं के थपेड़ों के बीच पढ़ाई करने को मजबूर है।
पुरानी जर्जर बिल्डिंग टूटने के बाद अभी तक नही बनी बिल्डिंग
स्कूल की प्रधानाचार्य की माने तो स्कूल की पुरानी जर्जर बिल्डिंग टूटने के बाद अभी तक न बिल्डिंग बनी है और न ही बच्चों को किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट किया गया है विद्यालय के प्रधानाचार्य गिरीश चंद शर्मा, और यहां पर कार्यरत सहायक अध्यापिका की माने स्कूल में 450 बच्चों बच्चे है कमरे नहीं बने होने के कारण और स्कूल में अधिक बच्चों की संख्या होने के चलते मासूम बच्चे रसोई घर व पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ाई कर रहे है।
प्रधानाध्यापक के पत्र भेजने के बाद भी नहीं हुई कोई सुनवाई
टीचरों का कहना है कई बार बच्चों को उल्टी व जी मचलाने की शिकायत हो जाती है जिससे उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है प्रधानाध्यापक का कहना है कि इस समस्या के बारे में हमने विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखा जा चुका है लेकिन अभी तक कोई भी नतीजा नहीं निकला है इस प्राथमिक विद्यालय में बच्चो के साथ शिक्षिकों पर गर्मी की मार पड़ रही है।