बुलंदहार। हत्याओं का ठेका लेने वाला हरेंद्र फौजी गिरफ्तार : धनौरा कांड और अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप सिंह सिद्धू कांड से जुड़ा हुआ हरेंद्र फोजी का नाम , दिल्ली-पंजाब पुलिस ने दबिश कर हरेंद्र फौजी को किया गिरफ्तार

 

ब्यूरो डेस्क, समाचार दर्पण लाइव

बुलंदशहर। शिकारपुर के गांव कुतुबपुर निवासी हरेंद्र फौजी को दिल्ली और पंजाब की पुलिस ने अगौता के गांव फतेहपुर से शनिवार सुबह गिरफ्तार कर लिया है। जनपद में ही उस पर करीब 19 मामले हत्या, लूट फिरौती आदि के दर्ज हैं। हरेंद्र हत्याओं के अलावा विभिन्न मामलों में वारदात कराने की रकम लेता था। साथ ही कई बार वारदातों में शामिल होता और भाड़े पर शूटर लाकर उन्हें हथियार और कार उपलब्ध कराता था। बीते दिनों पंजाब में अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप सिंह सिद्धू की हत्या मामले में भी उसके शामिल होने की आशंका है।

हरेंद्र फौजी की बीते काफी समय से बाबूगढ़ छावनी में तैनाती थी। कुछ समय पूर्व उसका स्थानांतरण पंजाब हो गया था। बीते दिनों जब जनपद पुलिस ने उसकी बटालियन में जाकर पूछताछ की तो पता चला कि वह रिटायरमेंट ले चुका है। जनपद के ककोड़ थाना क्षेत्र के गांव धनौरा में वर्ष 2021 में हुए हत्याकांड में उसका नाम सामने आने पर जनपद पुलिस को उसकी तलाश थी। जनपद में उस पर करीब 20 मुकदमे विभिन्न थानों में हत्या, फिरौती आदि के दर्ज हैं।

उसकी तलाश में जनपद पुलिस कई स्थानों पर दबिश भी दे चुकी थी। लेकिन, वह हाथ नहीं लग रहा था। बीते दिनों दिल्ली की स्पेशल सेल ने 14 शार्प शूर्ट्स को गिरफ्तार किया था। जिनसे पूछताछ में सामने आया था कि उन्होंने पंजाब में हुए अंतर्राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी संदीप सिंह सिद्धू की हत्या की है। इस वारदात में उन्होंने हरेंद्र फौजी का भी साथ होने की बात कही थी। जिसके बाद से पंजाब पुलिस व दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल उसकी तलाश में जुटी हुई थीं। 

शनिवार सुबह करीब साढ़े सात बजे पंजाब व दिल्ली पुलिस अगौता के गांव फतेहपुर निवासी उदयवीर सिंह के घर पहुंची। जहां से उन्होंने हरेंद्र फौजी को गिरफ्तार कर लिया। करीब 20 मिनट के भीतर पुलिस हरेंद्र फौजी को लेकर निकल गई। जनपद पुलिस को भनक तक नहीं लग सकी। अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली-पंजाब से आई पुलिस ने उन्हें सूचना नहीं दी।

हथियार और गाड़ियां कराता था उपलब्ध

हरेंद्र फौजी हत्या आदि की वारदातों में सीधे शामिल नहीं होता था। वह किसी भी वारदात को अंजाम देने के लिए एक पक्ष से भारी भरकम रकम लेता था। टारगेट व्यक्ति की रेकी से लेकर वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश और उनको हथियार व गाड़ियां उपलब्ध कराने का काम करता था। वारदात कराने वाले पक्ष से मिली रकम से ही शार्प शूटर भाड़े पर बुलाता था। इन शार्प शूटर्स को यह पता नहीं होता था कि वारदात कराने वाला पक्ष कौन है। वहीं, वारदात कराने वाले पक्ष को भी यह जानकारी नहीं होती है कि वारदात किन शार्प शूटर्स ने अंजाम दी है।

धनौरा कांड में लिए थे 25 लाख रुपये, खुद कर रहा था ड्राइव

मार्च 2021 में ककोड़ थाना क्षेत्र के गांव धनौरा में धर्मपाल और उनके परिवार पर उस समय हमला हुआ था, जब वह कार में सवार होकर खेत से अपने घर लौट रहे थे। बीते दिनों दिल्ली पुलिस द्वारा पकड़े गए बदमाशों ने बताया था कि वारदात के दौरान हरेंद्र फौजी उनके साथ था। वह खुद कार को ड्राइव कर रहा था। उसी ने शार्प शूटर को हथियार भी उपलब्ध कराए थे।

विभिन्न राज्यों में भी कीं वारदातें

हरेंद्र फौजी पर पहला मुकदमा उसके खिलाफ वर्ष 2011 में जानलेवा हमले का शिकारपुर कोतवाली में दर्ज हुआ था। इसके बाद वर्ष 2012 में पांच मुकदमे उसके खिलाफ दर्ज हैं। जिनमें दो हत्या के मामले अहार में दर्ज हुए थे। इसके अलावा वर्ष 2014 में दो मामले हत्या की कोशिश, 25 आर्म्स एक्ट के तहत शिकारपुर कोतवाली में दर्ज हुए। इसके अलावा दस मामले वर्ष 2015 में हत्या, हत्या की कोशिश, लूट, फिरौती आदि धाराओं में जनपद के विभिन्न थानों में दर्ज हुए थे। इसके अलावा ककोड़ थाने में एक हत्या का मामला वर्ष 2021 में दर्ज हुआ। इसके अलावा राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड के भी विभिन्न गैंग के संपर्क में रहकर वारदातों को अंजाम दिया है।
एसपी सिटी सुरेंद्र नाथ तिवारी का कहना है कि अगौता के गांव फतेहपुर में दिल्ली-पंजाब पुलिस ने दबिश दी थी। जानकारी मिल रही है कि हरेंद्र फौजी को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, संबंधित पुलिस टीम ने जनपद पुलिस से संपर्क नहीं किया है और न ही कोई जानकारी उपलब्ध कराई है।
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