रिपो० रिशू कुमार
शिकारपुर। क्षेत्र के पेट्रोल पम्पों पर सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कि रात्रि 12:00 बजे से डीजल के रेट में बीस रूपए प्रति लीटर के हिसाब से रेट बढ़ने की आशंका को लेकर पेट्रोल पम्पों पर किसानों की लम्बी-लम्बी लाइन लगती दिखाई दी।
किसान भारी मात्रा में अपनी ट्रेक्टर ट्रैक्टर-ट्रॉली में 200 लीटर के पांच से सात ड्रामों में पेट्रोल भर-भर कर ले जा रहे है जिसके चलते पेट्रोल पम्पों पर ट्रैक्टर ट्राली खड़ी करने को जगह भी नहीं दिखाई दे रही है ट्रैक्टर ट्राली को लाइन से खड़ा किया जा रहा है और किसान भारी मात्रा में डीजल एकत्रित कर रहे है जिसमें किसान भारी मात्रा में डीजल एकत्रित कर रहे है माना किसान अपने पैसे से एकत्रित कर रहे है अगर इसके बावजूद भी कोई घटना घटित हो जाती है घटना के पीछे कौन जिम्मेदार होगा।
शासन-प्रशासन की आंखों पर पट्टी बंधी हुई है डीजल का रेट भड़े या ना भड़े यह एक अलग बात है। लेकिन किसानों की जो लम्बी-लम्बी लाइन लगी है, जिसके चलते डीजल बड़ी भारी मात्रा में किसान एकत्रित कर रहे हैं यह तो निश्चित है कि रात्रि 12:00 बजे तक पेट्रोल पंप पर डीजल की जो मात्रा है। वह कम हो जाएगी जिससे आने वाले दो-चार दिनों में छोटे किसानों को डीजल मिलने की जो किल्लत होगी, उसके लिए भी जिम्मेदारी किसके कन्धे पर डाली जाएगी डीजल बेचने की जो समय सीमा निश्चित होनी चाहिए।
किसान को कितना डीजल बेचना है इसकी भी कोई लिमिट होनी चाहिए यह शासन प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही है जिसमें किसान भारी मात्रा में अपने-अपने घरों या खेरों में डीजल एकत्रित कर रहे है जब इस सम्बन्ध में पेट्रोल पम्प के सम्बन्धित अधिकारी से जानकारी करनी चाही तो सम्बन्धित अधिकारी ने कोई भी संतोष जनक जवाब नहीं दिया ।