ब्यूरो ललित चौधरी
नोएडा सेक्टर 93 (ए) में बने ट्विन टावर को गिराने के लिए कागजी कार्यवाही शुरू कर दी गई। जानिए किस दिन इस ट्विन टावर को गिराया जायेगा और क्या तैयारियां चल रही हैं?
नोएडा ट्विन टावर : नोएडा सेक्टर 93 ए में बना ट्विन टावर लंबे समय से चर्चा में है, चर्चा की वजह थी ट्विन टावर का ध्वस्तीकरण। इस टावर को गिराए जाने के लिए जो कागजी कार्यवाही है वह शुरू कर दी गई है। 22 मई को इस टावर को गिरा दिया जाएगा, ट्विन टावर को गिराए जाने को लेकर नोएडा प्राधिकरण तैयारियों में जुट गया है।
इस टावर को कैसे गिराया जाएगा और उसके लिए क्या योजना बनाई जाएगी उस को लेकर बैठक भी की गई हैं। ट्विन टावर को गिराने का काम सुपरटेक ने मुंबई की कंपनी एडिफिस को दिया है। कंपनी को एडवांस के रूप में पेमेंट कर दिया गया है, जल्द ही इस को लेकर काम शुरू कर दिया जाएगा।
प्राधिकरण कर रहा है तैयारी
ट्विन टावर को गिराए जाने को लेकर प्राधिकरण ने तैयारी शुरू कर दी है, नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ प्रवीण मिश्रा ने मीडिया को बताया कि प्राधिकरण ने बैठक की शुरुआत कर दी है, अब जल्द ही सभी विभागों के साथ बातचीत करके पूरा खाका तैयार किया जाएगा और फिर सुप्रीम कोर्ट की अगली सुनवाई पर स्टेटस पेश किया जाएगा।
10 सेकंड में ध्वस्त होगा टावर
बता दें कि अवैध करार दिए जा चुके ट्विन टावर को 10 सेकंड में ध्वस्त कर दिया जाएगा। इसके लिए जो कागजी कार्यवाही है उसकी भी अब शुरुआत कर दी गई है। विस्फोट के जरिए ट्विन टावर को गिराया जाएगा, और जल्द ही मुंबई की कंपनी यहां पहुंचकर मशीनों को लगाने का काम भी शुरू कर देगी।
ट्विन टावर के मलबे की कीमत करीब 13 करोड़
वहीं इसको लेकर नोएडा प्राधिकरण ने ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण के साथ ही मलबे को हटाए जाने को लेकर भी बैठक करना शुरू कर दिया है, अनुमान लगाया जा रहा है कि अगस्त तक कंपनी मलबे को साफ कर लेगी। बताया गया है कि ट्विन टावर के मलबे की कीमत करीब 13 करोड़ होगी।
मलबा देकर भी बिल्डर को देने होंगे 4.20 करोड़
सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि ट्विन टावर को तोड़ने में जो भी खर्च आएगा, उसे भी बिल्डर कंपनी को ही वहन करना होगा। पता चला है कि दोनों टावर तोड़ने के लिए मुंबई की एडिफिस एजेंसी करीब 17.55 करोड़ रुपये सुपरटेक बिल्डर से लेगी। इसमें करीब 13.35 करोड़ रुपये का मलबा निकलेगा। ऐसे में बिल्डर कंपनी एडिफिस को करीब 4.20 करोड़ रुपये का भी भुगतान करेगी।