ब्यूरो डेस्क अलीगढ़
मथुरा के पुराने बस अड्डे पर बुद्ध विहार की अनुबंधित बस में जिंदा जलकर मरे व्यक्ति की शिनाख्त तोशिबा कपंनी के जीएम शैलेश उपाध्याय के रूप में हुई है। उनकी शिनाख्त बहनोई और छोटे भाई ने पोस्टमार्टम हाउस आकर की।
इसके अलावा उनके मोबाइल की लोकेशन भी शाम 6:30 बजे तक पुराने बस अड्डे की आ रही थी। बुधवार को उनके दोनों बेटे आने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। बस के चालक और परिचालक के खिलाफ गैर इरातदन हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
अलीगढ़ में तोशिबा कंपनी के जीएम शैलेश उपाध्याय (52) निवासी भिलाई, छत्तीसगढ़ रविवार को बस से वृंदावन के बैरागी बाबा आश्रम गए थे। यहां पर शैलेश अपने भांजे रुद्राक्ष के जनेऊ संस्कार में शामिल हुए। कार्यक्रम संपन्न होने के बाद वह अलीगढ़ जाने के लिए मथुरा के पुराने बस अड्डे पहुंचे। यहां बुद्ध विहार डिपो की अनुबंधित बस में सवार हो गए।
इसी दौरान बस में लगी आग के बाद वह खिड़की से कूदने के लिए आए, पर भारी शरीर होने के कारण बस में फंसे रहने के कारण जिंदा जलकर उनकी मौत हो गई। उधर, देर रात जब शैलेस अलीगढ़ नहीं पहुंचे तो रिश्तेदारों व परिजनों को चिंता हुई। उनका फोन बंद मिला। बस में आग लगने की घटना के बाद रिश्तेदार ने पुलिस से संपर्क किया।
उनके छोटे भाई मनीष उपाध्याय निवासी भिलाई, छत्तीसगढ़ और बहनोई विक्रम चंद दुबे निवासी हजारीबाग, झारखंड ने कोतवाली पहुंचकर प्रथम दृष्टया भाई व साला होना स्वीकारा। बस अड्डे के अलावा पोस्टमार्टम हाउस में भी दोनों गए। दोनों ने स्वीकारा कि शैलेश उपाध्याय हैं, पर उनके बेटे के आने का इंतजार किया जा रहा है।
कोतवाल विजय कुमार सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया तो भाई मनीष उपाध्याय और बहनोई विक्रम चंद दुबे ने शिनाख्त कर ली है। बावजूद दोनों बेटे आने के बाद ही पोस्टमार्टम कराया जाएगा। कोतवाल ने बताया कि बस स्टेशन प्रभारी प्रेम सिंह की तहरीर पर चालक तेजवीर और परिचालक सुरेश के खिलाफ गैर इरादतन हत्या व ज्वलनशील पदार्थ ले जाने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पिता के जिंदा जलकर मरने की जानकारी मिलते ही बेटे शशांक और सौरभ भिलाई से चल दिए हैं। दोनों बुधवार को मथुरा पहुंचेंगे। इसके बाद ही पुलिस पोस्टमार्टम कराएगी। सीओ सिटी अभिषेक तिवारी ने बताया कि डॉक्टर के पैनल और वीडियोग्राफी के मध्य पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पुराने बस अड्डे पर बस में लगी आग से सवारियों का लाखों रुपये का सामान और मोबाइल जलकर राख हो गए। बस में मची अफरा-तफरी से मोबाइल गिर गए और जान बचाने के चलते सवारियों ने सामान भी नहीं ले जा सके।