रिपो० रिशू कुमार
बुलन्दशहर। खुर्जा जो हरे पेड़ हमें जीवन देते है पर्यावरण को संतुलित करने में अहम भूमिका निर्वाह करते है सरकार भी वृक्ष लगाने के लिए वृक्षा रोपण अभियान पर करोड़ों रुपयें में कर रही है वही खुर्जा के गांव फिरोजपुर में हरे पेड़ों पर आरी चलाने का मामला प्रकाश में आया है।
ग्राम प्रधान पर हरे पेड़ों को कटवाने का आरोप लग रहा है खुर्जा तहसील के गांव फिरोजपुर का है जहां पर गंदे नाले के किनारे सैकड़ो हरे पेड़ों की कटाई अनाधिकृत तरीके से कराने का आरोप है बताया जाता है कि नीम, शीशम, के हरे पेड़ों को काटा गया इतनी बड़ी संख्या में पेड़ों के कटने पर सिंचाई विभाग खुर्जा के अधिकारी भी अनजान बने है गन्दे नाले के किनारे हरे भरे पेड़ों को काट कर बेचने का गांव के प्रधान पर भी मिलीभगत का आरोप लग रहा है।
बताया जाता है कि पेड़ बेचने से जो धन प्राप्त हुआ है उसकी बन्दर बाट कर ली गयी पेड़ों की कटाई को लेकर स्थानीय लोगों ने उपजिलाधिकारी खुर्जा को लिखित शिकायत सात दिसंबर को की गई थी जिसमें फिरोजपुर ग्राम प्रधान मनोज कुमार पुत्र नाहर सिंह, सुनील पुत्र रामफल, सतीश पुत्र समय सिंह, मनवीर पुत्र महावीर पर बिना अनुमति के हरे पेड़ काटने का आरोप लगा है शिकायतकर्ता का आरोप है कि मामले को लेकर अभी तक कोई प्रभावी कार्रवाई नही करने पर मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कार्रवाई कराने की मांग की है।
बता दे कि नियमानुसार एक पेड़ के काटने की अनुमति के लिए 34500 रू जमा कराने होते हैं वही अवैध रूप से एक पेड़ की कटाई पर वन विभाग 60 हजार रू तक का जुर्माना लगा सकता है यहां पर मामला लगभग 200 पेडों का है जिनको काटने की अनुमति के लिए ही लगभग 70 लाख रू की रकम की अदायगी करनी पड़ सकती है और पेड़ों के कटान के लिए वन विभाग से लिखित अनुमति लेने का भी प्रावधान है।