ब्यूरो ललित चौधरी
बुलंदशहर। जिले की सभी तहसील क्षेत्रों में अभियान के तहत कार्रवाई के लिए अफसर सड़क पर उतर आए हैं। अभी तक दो तहसील क्षेत्रों में चलाए गए अभियान में 15 स्कूल बसों को सीज किया गया है।
फिटनेस कराने की जहमत नहीं उठाई। हालांकि चुनाव शांतिपूर्वक निपट गया तो अफसरों ने स्कूली वाहनों की फिटनेस एवं अमान्य संचालन से मुंह फेर लिया। अब दो दिन पहले मुजफ्फरनगर में स्कूली बसों की भिड़ंत होने से दर्दनाक हादसा हो गया। विद्यार्थियों के असमय काल के गाल में समाने पर शासन-प्रशासन हरकत में आ गया। जिले में भी स्कूली बसों की फिटनेस एवं नियमों की जांच के लिए अभियान शुरू कर दिया है।
बुलंदशहर और खुर्जा क्षेत्र में चलाया अभियान एआरटीओ प्रवर्तन राजीव बंसल ने बुलंदशहर और खुर्जा तहसील क्षेत्र शुक्रवार और शनिवार को अभियान चलाकर 12 स्कूली बसों के चालान किए। जबकि 12 ही स्कूल बस सीज की गई। इसी प्रकार में एआरटीओ प्रवर्तन आंनद निर्मल ने भी अलग-अलग क्षेत्रों में नियम विरूद्ध चलती मिली तीन बसों के चालान और तीन को सीज कर कार्रवाई की।
साथ ही स्कूली बसों के वाहन चालकों को नियमानुसार संचालन नहीं करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। करीब 350 स्कूली बसों ने चेतावनी के बाद भी फिटनेस नहीं कराई है। अब स्कूली बसों के अमान्य संचालन की रोकथाम के लिए दोनों प्रवर्तन दलों की टीम लगातार अभियान चला रही हैं।