ब्यूरो डेस्क, अलीगढ़
अलीगढ़ . जेवर एयरपोर्ट के शिलान्यास के दौरान की गई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा में अलीगढ़ से ले जाई गईं बसों के संचालक का 15 लाख रुपए अटक गया है.
जनसभा में 165 बसों को ले जाया गया था. जिसमें लोगों को जेवर एयरपोर्ट तक पहुंचाया गया था. 25 नवंबर को हुई रैली को तीन माह होने को जा रहे हैं लेकिन अभी तक संचालकों को रुपयों का भुगतान नहीं किया गया है. मगर, अभी तक सिर्फ 4-4 हजार रुपये का ही भुगतान इनको किया जा सका है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नोएडा प्रशासन की ओर से सरकारी बजट से हुई इस जनसभा के इंतजाम में लगाई गई बसों के लिए पैसा जारी नहीं किया जा रहा है. जबकि स्थानीय बस ऑपरेटर अलीगढ़ आरटीओ कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं. 25 नवंबर को पीएम मोदी ने जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास किया था. उसी स्थल पर जनसभा भी हुई थी. इस जनसभा में भीड़ का जुटाने के लिए बसों को लगाया गया था. इसके लिए अलीगढ़ से 165 बसों को भेजा गया था. प्रति बस 12500 रुपये का एकमुश्त किराया तय हुआ था. नोएडा प्रशासन को इन बसों के लिए अलीगढ़ प्रशासन को कुल 20.60 लाख रुपये के करीब किराया चुकाना था. स्थानीय प्रशासन ने अपनी जेब से बस संचालकों को डीजल की एवज में चार-चार हजार रुपये दिए हैं. अब बस संचालकों की यूनियन के पदाधिकारियों से लेकर खुद संचालक तक परिवहन विभाग के चक्कर लगाने को मजबूर हो गए हैं.
मिनी बस ऑपरेटर एसोसिएशन के सचिव अरविंद सेंगर का कहना है कि जेवर जनसभा का बस संचालकों का 14 लाख रुपये से अधिक बकाया है. परिवहन विभाग के अधिकारियों से लेकर अलीगढ़ प्रशासन तक के ढाई माह से चक्कर काट रहे हैं. इसके बाद भी सुनवाई नहीं हो रही. एआरटीओ रंजीत सिंह ने बताया कि नोएडा प्रशासन को किराए का भुगतान करना है. वहां से पैसा जैसे ही अलीगढ़ प्रशासन के खाते में भेज दिया जाएगा. बस संचालकों का पूर्ण भुगतान कर दिया जाएगा.