ब्यूरो ललित चौधरी
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले यूपी में सियासी हलचल तेज हो गई है। मंगलवार को बीजेपी के बड़े नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने बीजेपी का साथ छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया है।
भाजपा सरकार में श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। वे सपा में शामिल हो गए हैं. मौर्य ने कहा कि दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे व्यापारियों की उपेक्षा के कारण मैं मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे रहा हूं. उनके इस्तीफे के बाद से अन्य भाजपा विधायकों ने भी पार्टी छोड़ दी है। स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद तीन विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है।
इन्होंने दिया इस्तीफा
1- बांदा से विधायक ब्रजेश प्रजापति का इस्तीफा
2- शाहजहांपुर से विधायक रोशन लाल वर्मा ने भी दिया इस्तीफा
3- बिल्हौर से विधायक भगवती प्रसाद सागर का भी इस्तीफा
सभी ने भाजपा को छोड़कर सपा ज्वाइन कर ली है
ये पहले ही दे चुके हैं इस्तीफा
इससे पहले रायबरेली से निवर्तमान भाजपा विधायक पंडित प्रदीप तिवारी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. विधायक आरके मिश्रा भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में हुए शामिल.बलिया चिलकहर विधानसभा से भाजपा के विधायक राम इकबाल सिंह सपा में हुए शामिल, वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता जय प्रकाश पांडे अपने साथियों के साथ सपा में शामिल हो गए।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा "सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता स्वामी प्रसाद मौर्या जी एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!"
क्यों दिया इस्तीफा
स्वामी प्रसाद मौर्या ने इस्तीफा देने के बाद कहा" दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं"