ब्यूरो ललित चौधरी
बुलंदशहर। बीवी नगर थाना क्षेत्र के गांव चित्सोना अलीपुर में बुधवार बुधवार देर शाम को पति पत्नी ने संतान न होने पर जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। महिला की उपचार के लिए ले जाता ही रास्ते में ही मौत हो गई, जबकि देर रात पति ने भी मेरठ हायर मेडिकल सेंटर में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बृहस्पतिवार सुबह सब गांव पहुंचने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम को भेजे हैं हालांकि मौके से कोई सुसाइड नोट आदि बरामद नहीं हुआ लेकिन शहर के तो खाली पैकेट बरामद हुए हैं।
विवाह के बाद से दोनों को नहीं हुई संतान
चित्सोना अलीपुर निवासी टीकम का विवाह करीब 4 वर्ष पूर्व क्षेत्र के ग्राम महेशपुर निवासी आरती के साथ हुआ था लेकिन विवाह के बाद से दोनों को कोई संतान उत्पत्ति नहीं हुई थी। आरती का इलाज विभिन्न स्थानों पर चल रहा था, टीकम कैंटर चालक था जिसमें होने वाली कमाई से उसका व पत्नी का भरण पोषण होता था टीकम और उसके तीन अन्य भाइयों के गांव में ही बराबर में ही मकान है, टीकम अपने मकान में पत्नी के साथ अकेला रहता था।
डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
बुधवार शाम को पति पत्नी ने जहर की गोलियां पीसकर पानी में निकाली जिससे उनकी हालत बिगड़ गई दोनों का शोर व जीव का सुनकर पड़ोस में रहने वाले परिजन व अन्य कानूनी दीवार तोड़कर अंदर दाखिल हुए। जहां जहर की खाली पैकेट देखकर उन्हें पता चला कि टीकमगढ़ आरती ने जहर खा लिया है तत्काल परिजनों ने दोनों को एक चिकित्सक के पास लेकर पहुंचे जहां से उन्हें हार्ट सेंटर ले जाने को कहा हायर मेडिकल सेंटर ले जाते समय रास्ते में आरती की मौत हो गई जबकि टीकम की देर रात मेरठ मेडिकल में उपचार के दौरान मौत हो गई।
पुलिस परिजनों से कर रही है पूछताछ
परिजन बृहस्पतिवार सुबह दोनों के शव लेकर गांव पहुंचे। जहां सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। साथ ही उनके मकान की तलाशी ली तो कमरे में दो खाली पैकेट जहर, आसपास बिखरा हुआ जहर, दो पानी के गिलास व अन्य सामान फैला हुआ मिला हालांकि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस की प्रारंभिक जांच और पूछताछ में भी यही सामने आ रहा है कि टीकम और आरती संतान न होने से परेशान थे, इसी के चलते दोनों ने जहर खाकर अपनी जान दी है।