अलीगढ़ में पुलिस कर्मियों ने दिखाई ईमानदारी, चूड़ी कारोबारी के रुपये किए वापस

 

डेस्क समाचार दर्पण लाइव

अलीगढ़ : बन्नादेवी के सारसौल सेटेलाइट बस स्टैंड पर जहरखुरानी का शिकार बने मुरादाबाद के चूड़ी कारोबारी के पास मिले रुपयों को ईमानदारी दिखाते हुए पुलिस कर्मियों ने स्वजन को वापस कर दिया।

मुरादाबाद के लाइन पार इलाके के सराय करीम निवासी मोहम्मद रफीक जोधपुर (राजस्थान) मे चूड़ी बेचने का व्यवसाय करते हैं। वे कई महीनों बाद अपने घर आते हैं। शनिवार रात वे जोधपुर से राजस्थान डिपो की बस में अलीगढ़ आ रहे थे। रास्ते में जहरखुरान गिरोह के किसी सदस्य ने मोहम्मद रफीक को अपनी बातों में लगा लिया और नशीली चाय पिला दी। चाय पीते ही वे अचेत हो गए। इस बीच जहरखुरान गिरोह का सदस्य उनका मोबाइल फोन व जेब में रखी नकदी को लेकर फरार हो गया। बस सारसौल सेटेलाइट बस स्टैंड पर पहुंची तो सारी सवारियां उतर गईं, लेकिन मोहम्मद रफीक अचेत हो जाने पर नहीं उतरे। चालक-परिचालक ने बस को चेक किया तो सीट पर वे बेहोश पड़े हुए थे। पुलिस को सूचना दी तो बन्नादेवी थाने के हेड कांस्टेबल कैलाश चंद्र यादव, कांस्टेबल अर्जुन यादव ने अचेत अवस्था में मोहम्मद रफीक को जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया। इस दौरान सीट के पास मिले बैग को भी कब्जे में ले लिया। बैग में 2.65 लाख रुपये रखे हुए थे। होश में आने पर मोहम्मद रफीक ने अपने घर का पता बता दिया। सूचना पर बेटा नोमान व पुत्रवधु अमरीन पत्नी गुफरान आ गए। पुलिस कर्मियों ने अपनी ईमानदारी दिखाते हुए बैग व नगद राशि को उन्हें सौंप दिया। इसके लिए स्वजन ने उनकी सराहना की है। जहरखुरान कितने रुपये ले गए, इसकी जानकारी कारोबारी नहीं दे सके। कारोबारी ने थाने में कोई तहरीर भी नहीं दी है। इलाज कराने के बाद वे जोधपुर न जाकर स्वजन के साथ अपने घर मुरादाबाद लौट गए। कारोबारी के बैग के बारे में जहरखुरानों को जानकारी नहीं थी, वरना उसे भी ले जाते।

और नया पुराने
0 पाठक खबर पढ़ रहे

نموذج الاتصال