ब्यूरो ललित चौधरी
बुलंदशहर। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराने का प्रयास जारी है। ऐसे में नौ अगस्त दिसम्बर को जनपद के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए शिविर का आयोजन किया जाएगा।
जनपद में प्रत्येक माह की नौ तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस पर गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व पांच जाँच निःशुल्क की जाती हैं।
प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रोहताश यादव ने बताया-स्वास्थ्य विभाग का उद्देश्य यही रहता है कि जन्म लेने वाले बच्चे और माता दोनों का स्वास्थ्य व जीवन सुरक्षित रहे I इसके लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के अन्तर्गत दूसरी व तीसरी तिमाही की सभी गर्भवती की कम से कम एक जाँच वरिष्ठ चिकित्सक या प्रसूति एवं स्त्री विशेषज्ञ के द्वारा करायी जाती है।
डा. गोयल ने बताया ग्रामीण परिवेश में सभी गर्भवती को प्रसव पूर्व देखभाल के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के अन्तर्गत सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर हर माह की प्रत्येक नौ तारीख को 10 बजे से तीन बजे के मध्य सेवाएं दी जाती हैं।
स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती के शरीर में खून की कमी, रक्त समूह, वजन, यूरिन, मधुमेह, एच.आई.वी., सिफलिस की जाँच की जाती है , ताकि प्रसव में होने वाले जोखिम की पहचान हो सके और समय रहते माँ व बच्चे, दोनों को सुरक्षित किया जा सके। इस विशेष दिवस पर उच्च जोखिम गर्भावस्था वाली गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर विशेष स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जनपद स्तर की चिकित्सा इकाई पर रेफर किया जाता है।
जिला मातृत्व परामर्श दाता हिमांशू सचदेवा ने बताया नौ अगस्त दिसम्बर को जनपद में समस्त स्वास्थ्य केंद्रों पर गर्भवती को निःशुल्क प्रसव पूर्व देखभाल की सेवाएं प्रदान की जाएंगी। जरूरत के हिसाब से उच्च चिकित्सा इकाई पर प्रबंधन और सुरक्षित संस्थागत प्रसव के लिए रेफर किया जायेगा, जिससे उन्हें समय पर सही उपचार मिल सके।