ब्यूरो ललित चौधरी
पहासू पुलिस ने धीरज हत्याकांड का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए एक आरोपी ने अपने भाई की हत्या में धीरज के शामिल होने के शक में अन्य आरोपियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने पूछताछ कर चारों आरोपियों का चालान कर दिया है।
एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया की दिनांक 23 अक्टूबर को धीरज (25) वर्षीय को गांव के ही दो लोग बुला कर ले गए थे जो पल्ला झाड़ के पास स्थिति शराब के ठेके पर चार पंच लोगों ने बैठाकर एक साथ शरब पी और किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। जिसमें धीरज की गाला दबाकर हत्या कर दी और पल्ला झाड़ नहर में शव को फेंक दिया था।
एसएसपी संतोष कुमार सिंह का कहना है कि परिवार वालों की आशंका के आधार पर 364 आईपीसी की धारा मैं मुकदमा दर्ज कराया गया था। लगातार शव की पुलिस तलाश कर रही थी ठीक एक माह बाद 23 नवंबर (सोमवार) को पल्ला झाड़ नहर में फंसा हुआ एक शव बरामद हुआ। जिसकी शिनाख्त धीरज पुत्र रवेंद्रपाल के रूप में हुई। इस घटना में जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज था उन चारों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
गिरफ्तार चार हत्यारे
पुलिस की जांच में आरोपी दिनेश उर्फ छल्ला, मनोज उर्फ मनसुखा के अलावा धर्मवीर पुत्र भानूप्रकाश व गौरव शर्मा पुत्र कैलाश शर्मा निवासी गांव नगलिया टक्कर(पहासू) के नाम प्रकाश में आए। शुक्रवार सुबह थाना पुलिस ने एक सूचना पर चारों आरोपियों को गंगनहर पलड़ा झाल खुर्जा वाली नहर के पास से दबोच लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने धीरज की हत्या करना कबूल कर लिया। पुलिस ने पूछताछ कर चारों आरोपियों का चालान कर न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया है।
शराब पिलाने के बाद की गई धीरज की हत्या
पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों ने बताया कि 23 अक्तूबर की सुबह आरोपी दिनेश उर्फ छल्ला अपनी गाड़ी बुलेरो पिकअप में धीरज को अपने साथ शराब पीते हुए शिकारपुर मंडी धान बेचने ले गया। उसके बाद खुर्जा मंडी गए और शाम को आरोपी दिनेश ने धर्मवीर को भी उसके खेतों से साथ में ले लिया, जबकि मनोज उर्फ मनसुखा एवं उसका भतीजा गौरव बाइक से आए गए। इसके बाद आरोपियों ने धीरज के साथ मिलकर शराब का सेवन किया और फिर धीरज की गला दबाकर हत्या कर उसके शव को गंगनहर में फेंककर फरार हो गए।