ब्यूरो ललित चौधरी
बुलंदशहर। दिल्ली पूर्वी जिला के थाना कल्याणपुरी में तैनात एक एएसआई मृतक विरेंद्र (50) की शिकारपुर, बुलंदशहर यूपी में मौत हो गई है। उन्हें घायल अवस्था में लाल बहादुर अस्पताल में लाया गया था। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अस्पताल से ही पुलिस को सूचना दी गई थी।
सूत्रों के मुताबिक विरेंद्र की मौत के पीछे हत्या की आशंका व्यक्त की जा रही है। हत्या का शक घटना के वक्त उनके साथ मौजूद लोगों पर है। आरोप है कि हत्या के बाद विरेंद्र की मौत को सडक़ हादसे का रूप देने की कोशिश की गई है। विरेंद्र के सिर पर गंभीर चोट मिली है। इसके अलावा पैर की हड्डी भी टूटी हुई मिली है।
डीसीपी ईस्ट डिस्ट्रिक्ट प्रियंका कश्यप का कहना है कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एलबीएस मोर्चरी में भेज दिया गया है। शुरुआती जांच में पता चला कि विरेंद्र का शिकारपुर बुलंदशहर में रोड एक्सिडेंट हुआ था। मामले की जांच के लिए पुलिस टीम को शिकार पुर भेज दिया गया है। जांच व पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। घटना की जानकारी मृतक विरेंद्र के परिजनों को दे दी गई है। सोमवार को शव का पोस्टमार्टम होगा।
विरेंद्र सिंह फरिदाबाद, के रहने वाले थे वर्तमान में वह कल्याणपुरी थाने में तैनात थे। शनिवार को इलाके में हुई एक आत्महत्या के मामले में विरेंद्र सिंह जांच अधिकारी थे। बताया जा रहा है कि विरेंद्र का इलाके में कुछ लोगों के पास उठना बैठना था। वह उन्हीं के साथ यूपी में कहीं जा रहे थे। शिकारपुर इलाके में वह सडक़ हादसे में घायल हो गए।
उन्हें पहले बुलंदशहर स्थित बाबू बनारसी दास अस्पताल में ले जाया गया। जहां से उन्हें दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया गया। उनके साथ मौजूद लोग विरेंद्र को एलबीएस अस्पताल लेकर पहुंचे। लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो चुकी थी। पुलिस उनके साथ आए लोगों के बयानों की पुष्टी कर एएसआई विरेंद्र की मौत के सही कारणों का पता लगाने का कार्य कर रही है।