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अलीगढ़ : थाना क्वार्सी क्षेत्र के विष्णुपुरी में एक अधिवक्ता ने बंद कमरे में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। अधिवक्ता ने एक सुसाइड नोट लिखकर यह कदम उठाया है। जिसमें निजी कारणों व बीमारी से परेशान होकर यह कदम उठाने का उल्लेख किया गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया और जांच पड़ताल शुरू कर दी। घटना के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
विष्णुपुरी निवासी एडवोकेट आशीष कुमार कौशल (55 वर्ष) पुत्र महेंद्र कुमार कौशल वरिष्ठ एडवोकेट थे। वह अलीगढ़ में ही प्रैक्टिस करते थे। विष्णुपुरी स्थित अपने मकान में अपनी पत्नी व बेटे के साथ रहते थे। बेटा नोएडा की एक मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी करता है। वहीं पत्नी शहर के जानेमाने स्कूल में शिक्षिका हैं। घर पर उनके का परिवार भी साथ ही रहता है। बताया जा रहा है कि गुरूवार दोपहर लगभग दो बजे अधिवक्ता अपने कमरे में गए थे और अंदर से कमरा बंद कर लिया था। लगभग एक घंटे बाद उन्होंने कनपटी पर तमंचा सटाकर गोली मार ली। घटना के समय मृतक की पत्नी और बेटा घर पर नहीं थे। परिवार के अन्य लोगों ने जब गोली की आवाज सुनी तो वह कमरे की ओर दौड़ पड़े। दरवाजा अंदर से बंद था। उन्होंने दरवाजा तोड़ा तो अंदर देखा कि एडवोकेट का शव जमीन पर पड़ा हुआ था। जिसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। घटना की जानकारी मिलते ही थाना क्वार्सी पुलिस व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी।
पत्नी स्कूल गई हुई थी, लौटकर बताया पति मानसिक रुप से थे परेशान
-गुरुवार को जब अधिवक्ता ने आत्महत्या की, उस समय उनकी पत्नी स्कूल गई थी। परिजनों ने बताया कि एडवोकेट पिछले कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे, जिसके चलते उन्होंने ऐसा कदम उठाया है।
सुसाइड नोट में लिखा-परिजनों को परेशान न करें पुलिस
-आत्महत्या करने से पहले अधिवक्ता ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि वह अपने पूरे होश हवास में आत्महत्या कर रहे हैं। इसमें उनके परिवार या किसी अन्य का कोई लेना देना नहीं है और उन्हें परेशान न किया जाए। सुसाइड नोट में उन्होंने यह भी लिखा है कि व डिप्रेशन के रोगी थे और अपनी बीमारी के कारण काफी ज्यादा परेशान चल रहे थे।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
-घटना की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में कोर्ट के अधिवक्ता और बार संघ के पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए। क्वार्सी थाना प्रभारी विजय सिंह व सीओ प्रथम राघवेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और उन्होंने मामले की जांच शुरू की। फारेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
वर्जन-
-अधिवक्ता ने सुसाइड नोट में बीमारी से परेशान होकर यह कदम उठाने की बात लिखी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। अधिवक्ता के भाई का छह माह पूर्व निधन हो गया था। तभी से वह डिप्रेशन में आ गये थे।
विजय सिंह, इंस्पेक्टर, थाना क्वार्सी