ब्यूरो ललित चौधरी
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और भाजपा की प्रखर वक्ता उमा भारती एक दौर में भाजपा के मुख्य चेहरों में से थी।
मगर उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी से उनका मनमुटाव किसी से छिपा नहीं रहा। 2014 के चुनावों से पहले उमा भारती की एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हुई थी जिसमें मोदी के खिलाफ काफी कुछ कहा गया था। जाहिर है, कांग्रेस ने जोर-शोर से इस वीडियो का प्रचार भी किया, मगर मोदी का विजय रथ नहीं रुक पाया। आखिरकार मोदी का कद बढ़ता गया और मौके की नजाकत को देखते हुए उमा भारती ने राजनीति से ही किनारा कर लिया।
कलशयात्रा के साथ बुलंदशहर के भृगु आश्रम पहुंची उमा भारती ने राजनीति को अतीत बताते हुए मां गंगा की सेवा में ही बाकी जीवन बिताने का संकल्प दोहराया।
कलश यात्रा के साथ बुलंदशहर के अनूप शहर में भृगु आश्रम पहुंची उमा भारती को काफी अरसे बाद लोगों के बीच देखा गया। लोगों को संबोधित करते हुए उमा भारती ने छोटी काशी और भृगु आश्रम को भगवान की देन बताया। किसी भी सियासी बयानबाजी से दूरी बनाते हुए उन्होंने बताया कि राजनीति बहुत कर ली है, अब जीवन का मकसद कुछ और है।
पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा, राजनीति बहुत हुई, यह अब जीवन का मकसद नहीं है, अब बस मां गंगा की सेवा करने की इच्छा है। जीवन का उद्देश्य राजनीति तक सीमित रहना नहीं है। उन्होंने कहा कि जीवन भर मेरा प्रयास होगा कि गंगा की पवित्रता के लिए संघर्ष करूं। केन्द्रीय मंत्री रहते हुए गंगा के लिए जो योजनाएं बनायी गयी थी, उन्हें पूरा कराऊं। पूर्व सीएम उमा भारती गंगा कलश यात्रा के साथ अनूपशहर के भृगु आश्रम पहुंची थी।
इस दौरान उपस्थित लोगों के सामने उन्होंने अपना बात रखी। उन्होंने कहा, छोटी काशी और भृगु आश्रम भगवान की देन है। उत्तराखंड के ऋषिकेश से गंगा कलश यात्रा के साथ अनूपशहर क्षेत्र के भृगु ऋषि आश्रम से देर शाम नरौरा पहुंची पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती का आचार्य गिरीश पन्त की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भव्य स्वागत किया गया। शाम पांच बजे पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती नरौरा परमाणु केंद्र की आवासीय कॉलोनी में कछुआ हेचरी पहुंची। कछुआ हेचरी से नरौरा के बांसी गंगा घाट पर पहुंच कर मां गंगा की आरती की।