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अलीगढ : डेंगू बुखार का कहर इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में बरपा हुआ है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 24 घंटे के अंदर छह लोगों को मौत की नींद सुला दिया। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की भी लापरवाही बताई।
अलीगढ, जागरण संवाददाता। डेंगू बुखार का कहर इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में बरपा हुआ है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 24 घंटे के अंदर छह लोगों को मौत की नींद सुला दिया। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग की भी लापरवाही बताई।
बरला में डेंगू का प्रकोप फैला
जिला मुख्यालय से करीब तीस किलोमीटर दूर थाना बरला का गांव डेंगू की चपेट में है। ग्रामीणों ने बताया कि 15 वर्षीय प्रीती पुत्री महीपाल को पिछले दो दिन से बुखार आ रहा था। एक निजी चिकित्सक से दवा ले ली। जांच में प्लेटलेट्स गिरी आईं। परिजन इलाज के लिए अलीगढ़ ले जा रहे थे, तभी रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। 12 वर्षीय अजय को भी पिछले चार दिन से बुखार था, उसका भी इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। इसी तरह के गांव दतावली निवासी शाकिर ने बताया कि पत्नी 32 वर्षीय शन्नो को दो दिन पहले बुखार आया तो उसे अलीगढ़ मेडिकल में भर्ती कराया। वहां से दिल्ली रेफर कर दिया गया। जहां ले जाते समय शनिवार की दोपहर उसकी रास्ते में मौत हो गई। पूर्व जिला पंचायत सदस्य लोकेश शर्मा ने बताया कि पूरा गांव इस बीमारी की चपेट में है। 50 लोगों के करीब अलीगढ़ व छर्रा में इलाज करा हैं। इस बाबत स्वास्थ्य विभाग को भी अवगत कराया था। मगर किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। भोला चौधरी ने बताया कि बीमारी को देखते हुए लोग गांव से पलायन बतौर अपनी रिश्तेदारी में जा रहे हैं, ताकि बीमारी से बचा जा सके।
इनकी हुई मौत
डेंगू की चपेट में आने से 15 वर्षीय प्रीती पुत्री महीपाल, 12 वर्षीय अजय पुत्र रक्षपाल सिंह, 14 वर्षीय विशाल पुत्र नेत्रराम, 15 वर्षीय राखी पुत्री रामवतार, 25 वर्षीय विनोद पुत्र रामपाल सिंह व 32 वर्षीय शन्नो पत्नी शाकिर की मौत हो गई।
बुखार की चपेट में अभी भी लोग
डेंगू की चपेट में जयरानी, बबीता, नेहा, सुमित कुमार, अजयवीर समेत करीब पचास से अधिक लोग बुखार की चपेट में हैं। जिनका अलीगढ़ व छर्रा में इलाज चल रहा है।