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टीकाराम कन्या महाविद्यालय (टीआर कॉलेज) में फेल छात्राओं ने दूसरे दिन भी तेवर दिखाए। महाविद्यालय प्रशासन ने आंदोलित छात्राओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रहा। उधर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने फेल छात्राओं के परीक्षाफल में सुधार करने की 48 घंटे की चेतावनी दी है।
शनिवार को महाविद्यालय पहुंचीं छात्राएं ने प्राचार्या को घेरने की रणनीति बनाने लगी। आंदोलित छात्राओं ने बताया कि महाविद्यालय प्रशासन इस प्रकरण में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा, बल्कि आश्वासन दे रहा है। इस रवैये से उनका भविष्य अंधकार में डूब सकता है। शुक्रवार को बीएससी व बीए द्वितीय वर्ष में करीब 40 फीसदी फेल छात्राओं ने रामघाट रोड पर जाम लगा दिया था।
छात्रा शिवानी पचौरी ने बताया कि कोरोना के चलते पठन-पाठन पर प्रभाव पड़ा। इस वजह से विश्वविद्यालय स्तर से परीक्षाफल में त्रुटि हुई है। उन्होंने कहा कि उन 45 फीसदी छात्राओं को पुनर्मूल्यांकन करवाकर त्रुटियों में सुधार किया जाए। विश्वविद्यालय को 48 घंटे की चेतावनी दी गई है कि अगर समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन होगा।
एबीवीपी ने डॉ. बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा के कुलपति को संबोधित ज्ञापन महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. लकी गुप्ता को सौंपा। इस अवसर पर टीआर कॉलेज मंत्री भूमिका वार्ष्णेय, प्रांत खेल आयाम प्रमुख करन आर्य, चारू, पूजा, जतिन वार्ष्णेय, सागर, भावना, दीशु, पूनम, मोनिका, अनामिका, सीमा, शालिनी, रचना आदि मौजूद रहे।
मुख्य अनुशासन अधिकारी डॉ. ब्रजरानी शर्मा ने बताया कि एबीवीपी ने प्राचार्या को ज्ञापन सौंपा है। फेल छात्राओं के अंक पत्र की छाया प्रति ले ली गई है। प्राचार्या के पत्र के साथ प्रार्थना पत्र व छाया प्रति को विश्वविद्यालय को भेजा जाएगा।