ब्यूरो ललित चौधरी
डेंगू-मलेरिया की रोकथाम के लिए लगातार टीमें दौड़ रही हैं। शहर से देहात क्षेत्रों तक एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है। मंगलवार को शहर के विभिन्न हिस्सों में लार्वा की जांच की गई। दो घरों के पास लार्वा मिलने पर नोटिस जारी करने के साथ छिड़काव किया गया।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. रमित कुमार ने बताया कि टीम द्वारा फैसलाबाद, आवास विकास प्रथम, धमेड़ा अडडा, ऊपरकोट, रुकन सराय, पन्नी नगर, अनूपशहर अडडा, देवीपुरा, भवन, भूड़ आदि क्षेत्रों में एंटी लार्वा का छिड़काव कराया गया, इसके अलावा गांव कमोना में भी नगर की टीम ने छिड़काव किया। उन्होंने बताया कि लगातार अभियान चलाकर छिड़काव कराया जा रहा है। डेंगू एनएस-1 पॉजिटिव मिलने पर पुष्टि के लिए सैंपल मेरठ लैब भेजे जा रहे हैं। अभी तक 73 में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है।
डेंगू के 23 नए मरीज मिले अब डेंगू के मरीजों को संख्या हुई 357
डेंगू का संक्रमण कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हालात यह हैं कि शहर के अधिकांश बड़े निजी अस्पताल फुल चल रहे हैं और मलेरिया, बुखार के मरीजों को भर्ती करने में परेशानी होने लगी है। दूसरी ओर, जिला अस्पताल का डेंगू वार्ड भी फुल हो गया है। मंगलवार को भी 23 नए डेंगू के संदिग्ध मरीज मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में जिले में 73 डेंगू मरीज रिकार्ड हुए हैं।
जिले में करीब 300 अस्पताल, क्लीनिक हैं। यह सभी मलेरिया, डेंगू और बुखार के मरीजों का इलाज तो कर रहे हैं, लेकिन पुष्टि होने के बाद भी विभाग को कोई सूचना नहीं दे रहे हैं। बीते करीब एक सप्ताह से शहर के बड़े अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है और वार्ड तक फुल हो गए हैं। मलेरिया, डेंगू के मरीजों को भर्ती कराने में परेशानी हो रही है। स्थानीय मरीजो के लिए अब क्लीनिक और छोटे अस्पतालों में इलाज का विकल्प बचा है।