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टप्पल क्षेत्र के एक गांव में सोमवार को घर से स्कूल के लिए निकली आठ साल की बच्ची का शव धान के खेत में पड़ा मिला। बच्ची मुंह के बल गारे में पड़ी थी। शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं मिला। लेकिन, टीशर्ट पर हल्का खून लगा हुआ था। स्वजन व ग्रामीणों ने आरोपित की गिरफ्तारी की मांग को लेकर करीब डेढ़ घंटे तक शव को उठने नहीं दिया। जैसे-तैसे पुलिस ने लोगों को समझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
सुबह करीब आठ बजे स्कूल के लिए निकली थी बच्ची
टप्पल से करीब पांच किलोमीटर दूर स्थित एक गांव में नौकरीपेशा युवक की आठ वर्षीय बेटी सोमवार सुबह करीब आठ बजे स्कूल के लिए निकली थी। करीब साढ़े 11 बजे बच्ची की दादी पशुअों के लिए चारा लेने के लिए खेत पर गई थी। रास्ते में जामुन के पेड़ के नीचे बच्ची का स्कूल बैग व चप्पल पड़ी मिलीं। ग्रामीणों की मदद से तलाश शुरू की गई तो पता चला कि बच्ची स्कूल नहीं पहुंची थी। दोपहर करीब एक बजे बच्ची का शव धान के खेत में मुंह के बल पड़ा मिला। खेत में हल्का पानी भरा था। इसमें मिट्टी होने के चलते बच्ची का 70 प्रतिशत मुंह गारे में धंसा था। करीब दो बजे पुलिस को सूचना दी गई।
स्वजन ने लगाया हत्या का आरोप
इस पर एएसपी व सीओ खैर मनीष कुमार, टप्पल थाना प्रभारी देवेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे। स्वजन का आरोप था कि बच्ची का अपहरण करके हत्या की गई है। बोले, आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हुई तो शव नहीं उठने देंगे। लोगों की मदद से स्वजन को समझाकर पुलिस शव को खेत से लालपुर-टप्पल मार्ग पर सड़क किनारे लेकर आई। लेकिन, लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ। उन्होंने सीबीआइ जांच की मांग की। सीओ के समझाने पर शाम करीब चार बजे लोग शांत हुए, जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। एसएसपी कलानिधि नैथानी व एसपी देहात शुभम पटेल ने शाम को घटनास्थल का मुआयना किया। एसएसपी ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। घटना के पर्दाफाश के लिए टीमें गठित कर दी हैं।