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अलीगढ़ : जिस दिन राकेश ने अपनी पत्नी व बच्चों की हत्या की थी, वह दिन प्यार के इजहार का था। 14 फरवरी यानी वेलेंटाइन डे पर राकेश का रूबी को लेकर पत्नी रत्नेश से झगड़ा हुआ था। लेकिन, प्यार में अंधे राकेश ने उसी रात तीन हत्याएं करके न सिर्फ पति-पत्नी के प्रेम को शर्मसार किया, बल्कि मासूम बच्चों के प्यार का भी कत्ल कर दिया।
यह है मामला
रत्नेश के पिता मोतीलाल की ओर से थाना बिसरख में दर्ज कराए गए मुकदमे में इस बात का जिक्र है कि राकेश घंटों किसी से फोन पर बातें करता था। रत्नेश ने अपने पिता को ये बात बताई थी। लेकिन, बेटी के कहने पर उन्होंने कभी कुछ नहीं कहा। शायद रत्नेश को अंदाजा भी नहीं था राकेश रूबी के प्यार में इतना अंधा कि उसे व बच्चों की भी जान ले लेगा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 14 फरवरी 2018 को राकेश रूबी से फोन पर बात कर रहा था। तभी रत्नेश ने उसे देख लिया। इस बात को लेकर रत्नेश व राकेश के बीच झगड़ा हुआ। दोनों ने काफी देर तक एक-दूसरे से बात नहीं की। तभी राकेश ने रत्नेश को मारने की योजना बना ली, ताकि रूबी के लिए उसका रास्ता साफ हो जाए। कुछ देर बाद राकेश ने रत्नेश से माफी मांगी और उसे मना लिया। इसके बाद रत्नेश को बेसमेंट में ले गया और हत्या कर दी। इसके बाद बेटी अवनि और बेटे अर्पित को ऊपर से बेसमेंट में लाकर उन्हें भी मार दिया।
राकेश का पूरा परिवार हो गया बर्बाद
वर्ष 2012 में राकेश की शादी सहमति के साथ हुई थी। दान-दहेज भी मिला था। लेकिन, रूबी के प्यार में अंधे राकेश की वजह पूरा परिवार बर्बाद हो गया। राकेश ने जब पत्नी व दो बच्चों को मारा तो पूरे परिवार को इसकी जानकारी थी। यही नहीं, खुद की हत्या का नाटक रचने में भी पिता, भाई व मां ने सहयोग किया। पुलिस ने राकेश के अलावा पिता बनवारी, मां इंद्रवती, भाई राजीव व प्रवेश और प्रेमिका रूबी को जेल भेजा है। अगर परिवार को कोई एक सदस्य भी राकेश का विरोध करता या उसे समझाता तो शायद चार हत्याएं न होतीं।