रिपोर्टर :- सुबेश शर्मा
कल्याण सिंह के निधन पर योगी आदित्यनाथ ने पूरी जिम्मेदारी का निर्वाह किया। उनका कहना था कि अयोध्या में मंदिर निर्माण के प्रारंभ से ही कल्याण सिंह गोरक्ष पीठ से जुड़े हुए थे। योगी आदित्यनाथ के गुरु महंत अवैद्यनाथ के साथ उनका अक्सर संवाद होता था। योगी आदित्यनाथ भी उसमें सहभागी रहते थे। दशकों के इस भावनात्मक व वैचारिक लगाव के कारण योगी आदित्यनाथ उनका सम्मान करते थे। योगी आदित्यनाथ उनके त्रयोदश में शामिल होने अलीगढ़ पहुंचे। इसकी पूर्वसंध्या पर लखनऊ में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें योगी आदित्यनाथ के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी सम्मलित हुए थे। अलीगढ़ में भी योगी आदित्यनाथ ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लखनऊ के कैंसर मेडिकल कालेज का नाम पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम से करने की घोषणा की है। कहा कि भारत सरकार के सहयोग से बुलंदशहर में कल्याण सिंह राजकीय मेडिकल कालेज की स्थापना की जाएगी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बाबू जी का त्रियोदशी कार्यक्रम हो रहा है। हम सभी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के साथ आये हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने एक छोटे से गांव में जन्म लेकर समाज सेवा का जो संकल्प लिया था। वह उन्होंने जीवन भर निभाया। उन्हें जो जिम्मेदारी मिली,वह उन्होंने बखूबी निभाई। उन्होंने पार्टी,सरकार व संगठन के प्रति पूरी ईमानदारी से काम किया। उन्होंने पूरे संकल्प से अपनी जिम्मेदारी को पूरा किया। वह किसी भी त्याग से पीछे नहीं हटे। राम मंदिर के लिए विवादित ढांचे के मामले में पूरी जिम्मेदारी अपने ऊपर ली थी। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने में बिलंब नहीं किया। मुख्यमंत्री रहते हुए उत्तर प्रदेश के अंदर भय मुक्त व ईमानदार सरकार प्रदान की थी। उन्होंने गरीबों व वंचितों के लिए काम किया। राज्यपाल के रहते अच्छा कार्य किया। राम मंदिर के लिए ढांचे गिराने के मामले में अपनी जिम्मेदारी ली। वह देश मे कुछ विरले लोगों में से एक थे, जिन्होंने अपने सामने राम मंदिर का निर्माण होता देखा है। इसके पहले कल्याण सिंह के पुत्र राजवीर सिंह ने उनके पिता के अंतिम संस्कार में साथ देने के लिए योगी आदित्यनाथ आभार जताया था। उन्होंने बताया था कि योगी आदित्यनाथ अस्पताल से कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर के साथ ही उनके घर गए। वहां शांति पाठ कराया। वह विधानभवन और भाजपा कार्यालय भी गए। फिर अलीगढ़ स्थित पैतृक गांव आकर खुद सारी व्यवस्थाएं संभाली थी।