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अलीगढ़ : प्रधानमंत्री की सभा के खत्म होने के बाद खैर रोड पर 10 किलोमीटर तक भीषण जाम लग गया। करीब पांच घंटे तक वाहन फंसे रहे। गर्मी में लोगों का बुरा हाल हो गया। बेशुमार भीड़ और जाम से तमाम लोग कार्यक्रम स्थल तक ही नहीं पहुंच पाए। पुलिस की कड़ी मशक्कत के बाद शाम छह बजे जाम खुल सका।
सभा में आने वाले वाहनों को संभालने के लिए पुलिस ने सात पार्किंग बनाई थीं। इनमें वीवीआइपी, मीडिया, सरकारी वाहन व बसों के लिए अलग-अलग पार्किंग थी। खेरेश्वर चौराहे से बाईं तरफ की सड़क से बसें कार्यक्रम स्थल तक पहुंचीं। दाईं तरफ से कार निकाली गईं। सुबह सात बजे से ही लोगों का आना शुरू हो गया। करीब साढ़े 10 बजे तक वाहनों की आवाजाही सामान्य रही। मुख्यमंत्री के आने के बाद करीब 11 बजे से भीड़ का आना शुरू हुआ। 12 बजे तक खेरेश्वर चौराहे से वाहनों की कतारें लगनी शुरू हो गईं। बसों के लिए लोधा थाने पर ही पार्किंग थीं। जाम के चलते कुछ लोग कार्यक्रम स्थल तक नहीं पहुंच पाए। एक बजे प्रधानमंत्री की सभा समाप्त होते ही लोग पार्किंग की तरफ दौड़े। खैर से खेरेश्वर चौराहे तक करीब 10 किलोमीटर के बीच दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गईं। इसमें मंत्रियों, सांसदों, विधायकों के अलावा सरकारी वाहन भी फंसे रहे। कड़ी धूप में लोग पसीने से तरबतर हो गए। वाहन रेंगकर निकलते रहे। शाम तक यही हालात बने रहे। खेरेश्वर चौराहे के बाद लोग हाईवे से गंतव्य को निकल गए।
डिवाइडर पर खड़े रहे एसपी
जाम खुलवाने के लिए एसपी ट्रैफिक सतीश चंद्र लोधा थाने के सामने डिवाइडर पर डटे रहे। उन्होंने बस वाली लाइन को रुकवाकर पहले कार व अन्य वाहनों को निकलवाया। फिर रास्ता साफ होने पर बसों को रवाना किया। व्यवस्था संभालने में तीन-चार घंटे लग गए।
वाहन को तलाशते रहे
कार्यक्रम स्थल से निकलकर कई लोग पार्किंग को तलाशते रहे। नेटवर्क न होने से मोबाइल फोन भी नहीं लग सके। लोधा थाने के सामने लोगों की भीड़ जुट गई। यहीं लोग डिवाइडर पर खड़े होकर वाहन को पहचान रहे थे।
बसों में खचाखच भीड़
कार्यक्रम में आईं बसों में खचाखच भीड़ थी। लोग बसों की छत पर चढ़कर आए थे। लौटते वक्त कई यात्रियों के देरी से आने से बसें वहीं खड़ी रहीं।