प्यार के लिए प्रेमी ने पहले चौकीदार की हत्या की, फिर प्रेमिका को मारा

डेस्क समाचार दर्पण लाइव

कासगंज में चार हत्याओं का राज खुलने के बाद हर कोई दंग है। इस घटना ने टप्पल में दो साल पहले हुए दोहरे हत्याकांड की यादें ताजा कर दी हैं। टप्पल में भी इसी तरह प्यार में अंधे एक युवक ने प्रेमिका के साथ मिलकर एक चौकीदार की हत्या की थी। उसका शव प्रेमिका के घर में डीजल डालकर फूंक दिया था। इसके बाद महज छह दिन में प्रेमिका को भी मौत के घाट उतार दिया था।

 प्‍यार को पाने के लिए की चौकीदार की हत्‍या

टप्पल के हामिदपुर में 17 वर्षीय किशोरी के संबंध अपने विवाहित भाई के दोस्त रवेंद्र सिंह से थे। दोनों गांव के एक गेस्ट हाउस में चोरी-छिपे मिलते थे। किशोरी के भाई ने उसका रिश्ता तय कर दिया। नौ अप्रैल 2019 को गोद भराई हुई। इसके बाद दोनों ने योजना बनाई कि किसी को जलाकर मार दें और उसे घर वाले किशोरी की लाश समझ लेंगे। इसके तहत 12 अप्रैल 2019 को दोनों ने गेस्ट हाउस के चौकीदार किशोर तंद्र की हत्या कर दी। गुप्तांगों तक को काट दिया, ताकि जलने पर वह महिला का शव समझा जाए। इसके बाद शव को किशोरी के घर ले जाकर जला दिया, ऐसा ही हुआ। किशोरी ने स्वजन ने उसे ये मानकर अंतिम संस्कार कर दिया कि रिश्ता तय होने से नाखुश किशोरी ने सुसाइड किया है। इधर, कुछ दिन में रवेंद्र का प्रेमिका से मन भर गया। वह 16 अप्रैल की रात पलवल से बाइक पर प्रेमिका को लेकर ककोड़ पहुंचा, जहां रात के अंधेरे में गला दबाकर प्रेमिका की हत्या कर दी और उसे नहर में बहा दिया। दो मई को पुलिस ने आरोपित को पकड़कर हत्याकांड का पर्दाफाश किया था।

बरला में डीएनए से खुला था राज  

अलीगढ़ । जिस तरह कासगंज पुलिस को डीएनए रिपोर्ट के बाद सफलता मिली है, उसी तरह बरला थाना क्षेत्र के एक निर्दोष युवक का सच भी डीएनए रिपोर्ट से खुला था। हुआ यूं कि बरला क्षेत्र के एक गांव के किसान ने 23 फरवरी 2019 को पड़ोस के ही युवक अमित के खिलाफ दुष्कर्म, मारपीट, धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि उसकी 13 साल की बेटी के साथ दुष्कर्म किया है। सात माह की गर्भवती होने के बाद उसने घरवालों को जानकारी दी। 26 फरवरी को युवक को जेल भेज दिया गया। दो माह बाद अप्रैल में किशोरी ने बच्ची को जन्म दिया। इधर, युवक के पिता ने बेटे को निर्दोष बताकर मदद की गुहार लगाई। जुलाई, 2020 में हाईकोर्ट से डीएनए जांच की अनुमति मिली, जिसकी रिपोर्ट में अमित निर्दोष पाया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, बच्ची का जैविक पिता आरोपित नहीं कोई और है। इसके बाद युवक जेल से रिहा हुआ।

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