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पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की अस्थियां विसर्जित कर लौट रहे छर्रा विधायक के काफिले पर पथराव करने के मामले में पुलिस ने मंगलवार को पांच लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। वहीं फरार आरोपितों की तलाश में दबिश जारी है। इस मामले में 11 नामजद व 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। काफिले पर हमले के मामले में नामजद गांव गोबला निवासी मनवीर सिंह के अलावा जांच में प्रकाश में आए गांव लहरा सलेमपुर निवासी उमेश यादव, गोपीचंद्र, सुंदर यादव व वीरेश कुमार को जेल भेजा गया है।
विधायक का काफिला जाम में ही फंसा
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की अस्थियां विसर्जित करने को रविवार को क्षेत्र में यात्रा निकाली गई थी। इसमें छर्रा विधायक रवेंद्रपाल सिंह का भी काफिला शामिल था। देर शाम सांकरा गंगाघाट पर अस्थियां विसर्जित कर सभी लोग लौट रहे थे। गांव लहरा सलेमपुर के पास ग्रामीणों ने ठेल, ढकेल व अवरोधकों के साथ ही काफी संख्या में निराश्रित गोवंश को लाकर रास्ता जाम कर दिया। ग्रामीणों की मांग थी कि निराश्रित गोवंश के चलते उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं। इससे उन्हें निजात दिलाई जाए। ग्रामीण विरोध में नारेबाजी करते हुए हंगामा करने लगे। करीब घंटे भर तक विधायक का काफिला जाम में ही फंसा रहा। इस बीच ग्रामीणों व विधायक के काफिले में शामिल समर्थकों के बीच नोक-झोंक होने लगी और नौबत हाथापाई तक आ गई। ग्रामीण पुलिस से भी भिड़ गए, जिस पर उन्हें लठिया कर खदेड़ी गया। गुस्साए ग्रामीणों ने पथराव कर दिया, जिसमें विधायक के काफिले में शामिल दो गाड़ियों को क्षतिग्रस्त हो गईं।
इन्हें भेजा जेल
दादों इंस्पेक्टर गोविंद बल्लभ शर्मा ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की सांकरा स्थित गंगाघाट पर अस्थियां विसर्जित कर बीते रविवार की देर शाम वापस आ रहे छर्रा विधायक ठा रवेन्द्रपाल सिंह के काफिले पर हमले के मामले में नामजद गांव गोबला निवासी मनवीर सिंह के अलावा जांच में प्रकाश में आए गांव लहरा सलेमपुर निवासी उमेश यादव, गोपीचंद्र, सुंदर यादव व वीरेश कुमार को जेल भेजा गया है।