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अलीगढ़ :- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलीगढ़ आगमन के एक दिन पहले रामघाट रोड स्थित 38वीं वाहिनी पीएसी परिसर में ट्रेनी रिक्रूट (पीएसी कर्मी) की मौत को लेकर हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गई। मौके पर पहुंचे पीएसी और स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने अन्य रिक्रूटों को समझा-बुझाकर शांत किया।
रामघाट रोड स्थित पीएसी परिसर में इन दिनों रिक्रूटों की ट्रेनिंग चल रही है। मंगलवार को एक रिक्त्रस्ूट की मृत्यु हो गई। साथी रिक्त्रस्ूटों का आरोप है कि मृतक को बुखार आ रहा था, लेकिन ट्रेनिंग देने वालों ने ध्यान नहीं दिया। मरने वाला रिक्त्रस्ूट सहारनपुर का रहने वाला था। घटना की जानकारी मृतक के परिजनों को दी गई, जिसके बाद मंगलवार की दोपहर को मृतक के परिजन आए और शव को साथ लेकर चले गए । उन्होंने यह भी लिखित में दिया है कि उन्हें घटना को लेकर किसी प्रकार का संदेह नहीं है।
पीएसी स्टाफ और अधिकारियों ने इस घटना को एक सामान्य घटना के तौर पर लिया। लेकिन मंगलवार की देर शाम पीएसी परिसर में अन्य रिक्रूट भड़क गए। हंगामे और प्रदर्शन को देखते हुए पीएसी परिसर में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में स्थानीय पुलिस प्रशासन को बुला लिया गया। पीएसी के सभी गेट बंद कर दिए गए। प्रदर्शन करने वालों का आरोप था कि ट्रेनिंग के नाम पर उत्पीड़न किया जा रहा है। ट्रेनिंग के नाम पर बीमार रिक्रूटों को मैदान में दौड़ाया जा रहा है, यह उचित नहीं है। देर शाम, कमांडेंट अनीस अहमद अंसारी और स्थानीय पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद ही मामला शांत हुआ।
पीएसी कमांडेंट अनीस अहमद अंसारी का कहना है कि दोपहर में जो घटना हुई और शाम को जो रिक्रूटों का प्रदर्शन हुआ, वह दोनों अलग-अलग मामले हैं। इनको आपस में जोड़ना सही नहीं है। संवाद में कुछ कमी आई थी। उसको दूर कर लिया गया है। मंगलवार की देर रात पीएसी के सभी गेटों पर स्थानीय पुलिस और पीएसी तैनात है। साथी रिक्रूटों ने मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है। पीएसी के आसपास के थानों का फोर्स मौके पर मौजूद है।