अलीगढ़ | सरेंडर करने के चार दिन बाद निहा को मिली थी जमानत , जानिए मामला

                                           

डेस्क समाचार दर्पण लाइव।   

जमालपुर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन भरी सिरिंज कचरे में फेंकने के मामले में आरोपित एएनएम निहा खान जेल से रिहा हो गई। चार दिन पहले निहा ने कोर्ट में सरेंडर किया था जिसके बाद उसे जेल भेजा गया

अलीगढ़:-  जमालपुर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन भरी सिरिंज कचरे में फेंकने के मामले में आरोपित एएनएम निहा खान जेल से रिहा हो गई। चार दिन पहले निहा ने कोर्ट में सरेंडर किया था, जिसके बाद उसे जेल भेजा गया। शुक्रवार को सीजेएम कोर्ट ने निहा की जमानत अर्जी मंजूर कर ली, जिसके बाद निहा जेल से बाहर आ गई।

22 मई को वैक्‍सीन व कोल्‍ड चेन मैनेजर ने किया था निरीक्षण

जमालपुर स्वास्थ्य केंद्र में 22 मई को वैक्सीन व कोल्ड चैन मैनेजर ने निरीक्षण किया था। इसमें 29 ऐसी सिरिंज मिलीं, जिनमें वैक्सीन भरी हुई थी और हब कटा था। जांच में पता चला कि वायल से वैक्सीन भरने के बाद भी लाभार्थियों को टीके से वंचित रखा गया। संविदा एएनएम निहा खान को 29 टीके लाभार्थी को न लगाकर कचरे में फेंकने का दोषी माना गया। 30 मई को सिविल लाइन थाने में निहा के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ। तब से पुलिस की कई टीमें निहा की तलाश कर रही थीं। जुलाई में निहा ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की, जो खारिज हो गई। इधर, 24 अगस्त को निहा ने पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। निहा के अधिवक्ता इरफान गाजी ने बताया कि सीजेएम कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी डाली थी, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई हुई। इस दौरान निहा के खिलाफ ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला, जिससे वह दोषी साबित हो। इस आधार पर कोर्ट ने निहा की जमानत मंजूर कर ली, जिसके बाद शुक्रवार शाम को निहा को जिला कारागार से रिहा कर दिया गया।

निहा ने दिया था गलत पता

मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने तलाश शुरू की तो निहा के दस्तावेजों में कासगंज का पता दर्ज था। पुलिस कासगंज पहुंची तो पता गलत निकला। इसके बाद एटा की जानकारी मिली। एटा के किदवई नगर स्थित उसके घर पर एक फोटोग्राफी की दुकान है, जो पिता चलाते है। वहां भी एएनएम नहीं मिली। फिर पुलिस लखनऊ व प्रयागराज भी गई। लेकिन, खाली हाथ रही।

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