डेस्क समाचार दर्पण लाइव
अलीगढ़ : थाना सिविल लाइन क्षेत्र की एक महिला अपने बेटे की मौत का कारण जानने के लिए तीन माह से दर-दर गुहार लगा रही है। बेटे की दुबई में मौत होने के बाद शव यहां लाया गया तो कोई कारण स्पष्ट नहीं हो सका। कहीं सुनवाई न होने पर शव को दफन कर दिया गया है। लेकिन, अब स्वजन की मांग की है शव को कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम कराया जाए। इसके लिए प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री समेत स्थानीय अधिकारियों से भी गुहार लगाई गई है।
2010 में दुबई चले गए थे तमकीन अहमद
लोको कालोनी निवासी शाहिदा परवीन की ओर से प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री, डीएम, एडीएम को इस संबंध में पत्र लिखा गया है। शाहिदा की बेटी तरन्नुम ने बताया कि उनके छोटे भाई 32 वर्षीय तमकीन अहमद वर्ष 2010 में दुबई चले गए थे। तब से वहीं रहे। 2018 में मोहल्ले की ही युवती से निकाह करने के बाद उसे भी साथ ले गए। तरन्नुम के मुताबिक, 15 अप्रैल को उनके भाई का इंतकाल हो गया। लेकिन, मौत का कारण स्पष्ट नहीं सका। जैसे-तैसे सरकार व अधिकारियों को पत्र लिखते हुए डेढ़ माह की मशक्कत के बाद 30 मई को शव भारत लाया गया। कागजात पर मौत का कारण अज्ञात लिखा था। तरन्नुम ने बताया कि पोस्टमार्टम के इंतजार में दो दिन तक शव को दफन नहीं किया। जब कहीं सुनवाई हुई तो एक जून को शव को नुमाइश ग्राउंड स्थित श्मशानगृह में दफन कर दिया गया। तरन्नुम ने बताया कि शव को देखकर उन्हें गड़बड़ी की आशंका है। इसके लिए पोस्टमार्टम कराना जरूरी है। इसके लिए कई जगह पत्राचार किया गया है। तरन्नुम के मुताबिक, आदेश होने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
इनका कहना है
पोस्टमार्टम कराने संबंधी किसी भी तरह का आदेश नहीं मिला है। अगर आदेश मिलेगा तो उसका पालन किया जाएगा।
रवींद्र कुमार दुबे, इंस्पेक्टर, थाना सिविल लाइन