डेस्क समाचार दर्पण लाइव
भाजपा के सदर विधायक हरीशंकर माहौर के छोटे भाई पर 33 लाख रुपये लेकर गायब होने का आरोप है। मामला सीएम के दरबार तक पहुंच गया है। सीओ सिटी पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है। इतना ही नहीं लोगों का कर्ज चुकाने के चक्कर में पीड़ित अपने मकान को गिरवी रख चुका है।
ममता देवी पत्नी मनोज प्रताप सिंह निवासी महादेव नगर मैण्डू रोड हाथरस 26 जुलाई को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार पहुंच गईं। ममता देवी ने मुख्यमंत्री को दिए शिकायती पत्र में कहा है कि सदर विधायक हरीशंकर माहौर के छोटे भाई दयाशंकर माहौर पुत्र रामचंद माहौर व उनकी पत्नी शकुन्तला देवी ने वर्ष 2013 में अपने बच्चों के एडमीशन कराने और मकान की मरम्मत के लिए आठ लाख रुपये की मांग की। ममता देवी का कहना है कि उसकी दयाशंकर की पत्नी से अच्छी दोस्ती हो गई थी। इसलिए उसने अपने रिश्तेदार और पड़ोस के लोगों से ब्याज पर पैसा लेकर दयाशंकर को दे दिया। दयाशंकर ने आठ लाख रुपये चार महीने के लिए तीन प्रतिशत की ब्याज पर लिए थे। इसके एवज में दयाशंकर ने छह माह के लिए अपने मकान का इकरारनामा उसके नाम कर दिया। ममता देवी का आरोप है कि कुछ दिनों बाद दयाशंकर मकान में ताला लगाकर लापता हो गए। ममता का कहना है कि वह जमानती होने के कारण जिन लोगों से उधार लाकर दयाशंकर को पैसा दिया था उन्हें वह 27 हजार रुपये महीने की ब्याज दे रही है, क्योंकि लोगों रोज उनके दरवाजे आ रहे है। ममता का कहना है कि लोगों का पैसा चुकाने के चक्कर में वह अपना मकान तक गिरवी रख चुकी है, क्योंकि दयाशंकर पर 33 लाख रुपये की उधारी है।
विधायक पर आश्वासन देने का आरोप
ममता देवी का आरोप है कि जब लगातार भाजपा विधायक हरीशंकर माहौर से उनके घर पर जाकर अपनी व्यथा बताती रही। विधायक केवल यही आश्वासन देते रहे कि वह नाइंसाफी नहीं होने देंगे। विधायक के चक्कर काटते काटते अब कोर्ट में मुकदमा डालने का वक्त भी निकल गया है।
सीओ सिटी को दर्ज कराए बयान
ममता देवी के पति मनोज प्रताप सिंह भाजपा कार्यालय पर कामकाज देखते हैं, लेकिन मामला भाजपा विधायक के भाई से जुड़ा होने के कारण पार्टी के बाकी लोग मनोज की कोई मदद नहीं कर पा रहे हैं। मनोज का कहना है कि इस मामले में सीओ सिटी को वह अपने बयान दर्ज करा चुके हैं। उनके पास रजिस्टर्ड इकरारनामा है। दयाशंकर रात में चोरी छिपे कभी कभार हाथरस में आता जाता रहता है।
दयाशंकर मेरा छोटा भाई जरुर है, लेकिन उससे मेरे कोई संबंध नहीं है। वह दिल्ली में कहीं रहता है। इन्हीं कारनामों के कारण वह जेल जा चुका है। उस पर किसके पैसे हैं और क्या इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।
हरीशंकर माहौर,सदर विधायक भाजपा
पीड़ित दंपति ने सीएम दरबार में शिकायत की है। उसकी जांच मुझे मिली है। मनोज बयान के लिए आया था,लेकिन अभी बयान पूरे नहीं हो सके हैं। पीड़ित से कुछ और साक्ष्य मांगे गए हैं। उसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि मामला बहुत पुराना है।
रुचि गुप्ता,सीओ सिटी