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अलीगढ़ : इगलास कोतवाली क्षेत्र के गांव महुआ में पत्नी संग छींटाकशी का विरोध करने पर दबंगों द्वारा बेरहमी से पीटे गए युवक की बृहस्पतिवार को इलाज के दौरान क्वार्सी के नर्सिंग होम में मौत हो गई। इस खबर पर परिवार में कोहराम मच गया। बाद में पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है। बता दें कि इस मामले में हमले का मुकदमा भी थाना पुलिस ने दर्ज नहीं किया था। परिवार जब एसएसपी से मिला तो एसएसपी के निर्देश पर बुधवार को ही मुकदमा दर्ज किया गया था।
गांव महुआ निवासी मुकेश तोमर (35) पुत्र योगेंद्र तोमर दो अगस्त को पत्नी बबिता के साथ गांव में ही साली के बच्चे के जन्मदिन समारोह से लौट रहा था। आरोप है कि रास्ते में गांव के कुछ दबंगों ने उसकी पत्नी से छींटाकशी की। इसका मुकेश ने विरोध किया तो उस समय कहासुनी हुई। बाद में पीड़ित ने हस्तपुर पुलिस चौकी पर शिकायत की थी। जब यह जानकारी दबंगों को हुई तो उन्होंने शिकायत करने पर गुस्सा जताते हुए 7 अगस्त की देर शाम मुकेश को लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा गया। सिर में गंभीर चोट आने पर मुकेश का क्वार्सी चौराहा स्थित एक नर्सिंग होम में इलाज चल रहा था। इसकी शिकायत करने पर भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया था। बाद में परिवार एसएसपी से मिला तो एसएसपी के निर्देश पर बुधवार को गांव के संदीप, विशाल व उसके पिता रामे पर हमला, छेड़खानी आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। इधर, बृहस्पतिवार को मुकेश की इलाज के दौरान मौत हो गई। परिवार ने मामले में पीट पीटकर हत्या का आरोप लगाया है। मुकेश अपने पीछे एक बेटी व एक बेटे को छोड़ गया है। पत्नी का बुरा हाल है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिया है। इंस्पेक्टर इगलास प्रदीप कुमार का कहना है कि मामले में पोस्टमार्टम के आधार पर हत्या की धारा बढ़ाई जाएगी और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
पहली शिकायत पर पुलिस लेती संज्ञान तो न जाती जान
मौत के बाद परिवार ने सीधा आरोप लगाया है कि अगर 2 अगस्त को दी गई शिकायत पर चौकी पुलिस ने संज्ञान लिया होता तो दबंगों द्वारा हमला न किया गया होता। मगर पुलिस ने मामले को गंभीरता से न लेते हुए कोई कार्रवाई करना उचित नहीं समझा। पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न करने पर दबंगों के हौसले इतने बढ़ गए कि उन्होंने रंजिश मानते हुए मुकेश के साथ मारपीट कर दी और उसकी जान चली गई।