डेस्क समाचार दर्पण लाइव
अलीगढ़ : महिला जिला अस्पताल के वैक्सीन बूथ पर शुक्रवार को एक भाजपा विधायक के बेटे ने हंगामा कर दिया। वह तीन माह की अवधि से पहले ही दूसरा टीका लगवाने पहुंच गया था। स्टाफ के समझाने पर भी नहीं माना और कंप्यूटर को हाथ मारकर तोड़ दिया। पहले तो युवक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की तैयारी होने लगी, लेकिन पता चला कि वह भाजपा विधायक का बेटा है तो अधिकारी नरम पड़ गए और मामले को रफा-दफा कर दिया गया।
ये है मामला
भाजपा विधायक के पुत्र को कोविशील्ड का पहला टीका लग चुका है। नियमानुसार, दूसरा टीका तीन माह बाद लगना है। वह इससे पूर्व ही टीका लगवाना चाहता था। इसके लिए उसने एक सरकारी अस्पताल के सीएमएस से संपर्क किया। दोपहर करीब एक बजे सीएमएस ने अपने कर्मचारी को उसके साथ महिला अस्पताल के टीकाकरण बूथ पर भेज दिया। कर्मचारी ने यहां तैनात स्टाफ नर्स को सीएमएस का हवाला देते हुए विधायक पुत्र को टीका लगाने की सिफारिश की। स्टाफ ने कोविन पोर्टल पर युवक का रजिस्ट्रेशन व शेड्यूल चेक किया। उसमें दूसरे टीके के लिए निर्धारित तीन माह की अवधि पूरी नहीं हुई थी, इसलिए टीका नहीं लग सकता।
युवक ने खोया आपा
स्टाफ के इन्कार करने पर युवक आपा खो बैठा। रौब झाड़ते हुए तत्काल टीका लगाने का आदेश देने लगा। स्टाफ ने समझाया कि नियमानुसार अभी दूसरा टीका नहीं लग सकता, लेकिन वह जिद पर अड़ गया और रजिस्ट्रेशन कक्ष में खाली कुर्सी पर पसर गया। स्टाफ पर दबाव बनाने लगा कि पोर्टल पर चढ़ाओ या मत चढ़ाओ, मुझे टीका लगना है आज ही। स्टाफ ने फिर समझाया तो वह कुर्सी से उठा और मेज पर रखे डेस्कटाप को हाथ मारकर तोड़ दिया। उसके बाद आराम से बाहर निकल गया। स्टाफ ने सीएमएस को सूचना दी। सीएमओ कार्यालय को भी जानकारी दी गई। बूथ पर टीकाकरण रुक गया। अफसरों ने पुलिस को बुलाकर युवक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए, लेकिन युवक के बारे में पता चलते ही सबके तेवर नरम पड़ते चले गए।
हमें कंप्यूटर तोड़े जाने की सूचना मिली है। बूथ महिला अस्पताल में है, इसलिए वहां के प्रबंधन को ही कार्रवाई करनी है।
शरद अग्रवाल, उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी
टीकाकरण को लेकर कुछ विवाद हो गया था। मामले का निपटारा कर दिया गया है। अब मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना है।
डा. रेनू शर्मा, सीएमएस, महिला अस्पताल